द फॉलोअप टीम, रांची:
रांची पुलिस को अवैध शराब के कारोबार की रोकथाम की दिशा में बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने अवैध शराब माफिया नरेश सिंघानिया को गिरफ्तार किया है। रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को गुप्त सूचना मिली थी कि नरेश सिंघानिया नामकुम इलाका स्थित एक मकान में छिपा है। इस सूचना के आधार पर नामकुम पुलिस की एक टीम ने छापा मारकर नरेश सिंघानिया को गिरफ्तार कर लिया।
रांची के अलग-अलग थानों में दर्ज है प्राथमिकी
मिली जानकारी के मुताबिक शराब माफियाा नरेश सिंघानिया के खिलाफ राजधानी रांची के नामकुम, सुखदेवनगर और डोरंडा में कई मामले दर्ज हैं। नरेश सिंघानिया के खिलाफ पहली प्राथमिकी 2005 में ही दर्ज की गई थी लेकिन कार्रवाई नहीं की गई थी। 2 सितंबर 2017 को रांची में जहरीली शराब पीने से 22 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में जैप के भी जवान शामिल थे। उस समय भी पुलिस को पता चला था कि शराब माफिया सिंघानिया ब्रदर्स नरेश सिंघानिया और प्रह्लाद सिंघानिया ने रांची के एक बाजार में नकली शराब की बड़ी खेप उतारी थी।
रांची में 20 वर्षों से सक्रिय थे सिंघानिया ब्रदर्स
पुलिस को 2017 से ही सिंघानिया ब्रदर्स की तलाश थी। बताया जाता है कि दोनों भाई बीते 20 वर्षों से रांची में अवैध शराब के कारोबार में लिप्त हैं। कहा ये भी जाता है कि पुलिस को उनकी गतिविधियों की पूरी खबर थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही थी। जब 2017 में जहरीली शराब पीने से 22 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई तो पुलिस हरकत में आई। उसकी तलाश की जाने लगी। बताया जा रहा है कि जहरीली शराब कांड के बाद सिंघानिया ब्रदर्स ठिकाना बदल-बदल कर छिप रहे थे।