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जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने में ना हो परेशानी, दोषी कर्मियों के विरुद्ध होगी कार्रवाई- रांची मेयर

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द फॉलोअप टीम, रांची:

कुछ दिनों पूर्व मेयर आशा लकड़ा को शिकायत मिली थी कि निगम के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र से संबंधित काउंटर पर आवेदकों को फॉर्म नहीं दिया जा रहा था। आवेदक निगम परिसर के बाहर 40 रुपये में फॉर्म खरीदने के लिए मजबूर थे। मेयर डॉ. आशा लकड़ा ने मंगलवार को जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र शाखा का निरीक्षण किया। 

मेयर ने निगम कर्मियों को दी कड़ी चेतावनी
मेयर ने जन्म-मृत्यु शाखा के कर्मियों को चेतावनी देते हुए कहा कि आम लोगों को जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए किसी प्रकार की परेशानी न हो, इस पर विशेष रूप से ध्यान दें। काउंटर पर आवेदकों के लिए पर्याप्त संख्या में आवेदन पत्र का फॉर्म रखें, ताकि उन्हें आवेदन पत्र से संबंधित फॉर्म के लिए बिचौलियों के पास जाने की जरूरत न पड़े। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधि में यदि कोई निगम कर्मी संलिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

एक सप्ताह में जारी किए जा रहे हैं मृत्यु प्रमाण पत्र 
कर्मियों ने मेयर को बताया कि इन दिनों मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए लगभग 100 आवेदन प्रतिदिन आ रहे हैं। जिनमें सामान्य व कोरोना संक्रमण से हुई मौत के आवेदनों की संख्या लगभग 80 है, शेष 20 आवेदन ऐसे होते हैं, जिन्हें वेरिफिकेशन के लिए सांख्यिकी कार्यालय या सदर अनुमंडल अधिकारी के पास भेज जा रहा है। सामान्य व करीना संक्रमण से हुई मौत के आवेदन पर अधिकतम एक सप्ताह की समयावधि में मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं।  मृत्यु प्रमाण पत्र से संबंधित आवेदन पत्र में यह सुविधा भी दी गई है कि यदि कोई व्यक्ति स्वयं निगम कार्यालय आने में असमर्थ हैं तो वह किसी व्यक्ति को नामित कर उनके व स्वयं के पहचान पत्र के साथ मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर सकता है। 

जन्म प्रमाण पत्र के लिए भी रोजाना 25 आवेदन आये
कर्मियों ने मेयर को यह भी बताया कि फिलहाल जन्म प्रमाण पत्र के लिए प्रतिदिन 20-25 आवेदन आ रहे हैं, जिन्हें निर्धारित समय पर जन्म प्रमाण पत्र जारी किया जा रहा है। कर्मियों ने मेयर को बताया कि किसी भी प्रकार की कोताही या लापरवाही नहीं बरती जा रही है। आमजनों को सुविधा प्रदान की जा रही है। किसी भी आवेदक को परेशानी ना हो इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है।