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फादर स्टेन स्वामी मौत मामले की न्‍यायिक जांच को लेकर राजभवन मार्च, वृंदा बोलीं साजिश के तहत फर्जी मुकदमों में फंसाकर ले ली गई उनकी जान

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द फॉलोअप टीम, रांची:
माकपा पोलित ब्‍यूरो की वरिष्‍ठ नेता वृंदा करात ने कहा कि सरकार विरोधियों की आवाज को दबाने के लिए एक साजिश के तहत फादर स्टेन स्वामी को फर्जी मुकदमों में फंसा कर केंद्रीय सरकार ने जेल भेजा गया। उनकी बगैर इलाज के मौत हो गई। उन्होंने फादर स्टेन स्वामी के मामलों की न्यायिक जांच की मांगकी। कहा अगर ईमानदारी से जांच नहीं हुई तो जनआंदोलन को और तेज किया जाएगा। वृंदा करात ने उक्‍त बातें वामदलों के राजभवन के समक्ष हुए प्रदर्शन में कहीं। बुजुर्ग मानवाधिकार कार्यकर्ता फादर स्‍टेन स्‍वामी मौत मामले में इंसाफ की मांग को लेकर आज शहीद चौक, जिला स्कूल मैदान से मार्च निकला, जो राजभवन पहुंच सभा में तब्‍दील हो गया था। प्रदर्शन  में सभीप्रमुख वामदलों केअलावा सामाजिक संगठनों के लोग शामिल हुए। सभा की अध्यक्षता सामाजिक कार्यकर्ता दयामनी बरला ने की, जबकि भाकपा माले के जिला सचिव भुवनेश्वर केवट ने संचालन किया। 



फादर स्टेन स्वामी के माध्यम से आवाज को दबाने का प्रयास: भुवनेश्वर प्रसाद मेहता
हजारीबाग के पूर्व सांसद व भाकपा नेता भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि केंद्र की सरकार जब से सत्ता में आई है, तब से लगातार सरकार के विरुद्ध आवाज उठाने वाले लोगों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के उद्देश्य से फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा है। जिस तरह से फादर स्टेन स्वामी झारखंड में जल, जंगल और जमीन की लड़ाई लड़ रहे थे, वैसी आवाज को दबाने के लिए साजिश की गई है। उन्होंने गांव-गांव में आवाज को बुलंद करने की जरूरत पर बल दिया।



मामले की न्यायिक जांच होने तक जारी रहेगा आंदोलन: विनोद सिंह
भाकपा माले के विधायक विनोद सिंह ने कहा कि हर हाल में केंद्र सरकार फादर स्टेन स्वामी के मामले की न्यायिक जांच कराए। न्यायिक जांच होने तक आंदोलन जारी रहेगा। कहा कि जो आदमी ना सही से बोल सकता है , न चल सकता है, न सुन सकता है, उस 84 वर्षीय वृद्ध को जानबूझकर मौत के घाट उतारा गया है। इसलिए फादर  स्टेन स्वामी की आवाज को दबने नहीं दिया जाएगा। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी झारखंड राज्य के सहायक सचिव महेंद्र पाठक ने कहा कि केंद्र की सरकार जब से सत्ता में आई है तब से लगातार विरोधियों की आवाज दबाने के लिए अपने कार्यकारी एजेंसियों के इस्तेमाल कर रही है। अघोषित आपातकाल के विरुद्ध आंदोलन को तेज करना पड़ेगा ।



इन्‍होंने भी किया संबोधित
सभा को भाकपा माले के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद, शुभेंदु सेन, मासस के मिथिलेश सिंह, सुशांतो मुखर्जी, एसएसयूआई के मिंटु  पासवान, सुमित राय, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव अजय कुमार सिंह, माकपा के जिला सचिव सुखनाथ लोहरा, माकपा के राज्य सचिव मंडल के सदस्य प्रकाश विप्लव, न्याय मंच के वरुण कुमार, राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश यादव , झारखंड आंदोलकारी के पुष्कर महतो, कांग्रेस महिला नेत्री रश्मि पिंगुवा, भाकपा की फर्जाना फारुकी,प्रफुल्ल लिंडा,सुभाष मुंडा,वीरेंद्र कुमार,एआईपीएफ़ के नदीम खान, आकाश रंजन, अखिलेश, मेहुल मृगेंद्र, नौरीन अख्तर, सीटू के एसके राय, अलोका कुजूर, सच्चिदानंद मिश्रा, रातू प्रखंड के प्रमुख सुरेश मुंडा, माकपा नेता भवन सिंह, हाफ मैन सोसाइटी के फादर महेंद्र पीटर, आईकेएफ के अंशु टोप्पो, आयशा किनौरी, नगर साधा नागरिक प्रयास के कविंद्र कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता बलराम,रतन तिर्की, सिराज दत्त और सुषमा बिरुली आदि ने भी संबोधित किया।