द फॉलोअप टीम, दिल्ली:
'मन की बात' में पीएम ने नए साल में देश के नाम पहला संबोधन किया। मन की बात का यह 73वां संस्करण था। प्रधानमंत्री ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा का जिक्र किया और कहा कि 26 जनवरी पर तिरंगे के अपमान से देश दुखी है। प्रधानमंत्री के द्वारा यह कहा जाना बड़ी बात है। देशभर में इसे लेकर प्रकिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं। बता दें कि 26 जनवरी के बाद से अब तक सोशल मीडिया में लगातार इस बात को लेकर बहस छिड़ी है। अब प्रधानमंत्री ने अपनी तरफ से इसपर अपनी बात रख दी है।
पीएम ने बताया क्या है मन की बात
पीएम ने कहा, "जब मैं मन की बात करता हूं, तो ऐसा लगता है कि जैसे आपके बीच, आपके परिवार के सदस्य के रूप में मौजूद हूं। हमारी छोटी-छोटी बातें, जो एक-दूसरे को कुछ सिखा जाए, जीवन के खट्टे-मीठे अनुभव, जो जी-भर के जीने की प्रेरणा बन जाये, बस यही तो है मन की बात"
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पीएम ने कहा कि राष्ट्र में जो लोग असाधारण कार्य कर रहे उन लोगो को उनकी उपलब्धियों और मानवता के लिए सम्मानित किया गया।पुरस्कार पाने वालों में वैसे लोग शामिल हैं, जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्रों में बेहतरीन काम किया था।लेकिन ऐसे में 26 जनवरी को तिरंगे का जो अपमान हुआ उससे पूरा देश दुखी है।
युवाओ से की अपील
पीएम मोदी ने युवाओ से अपील की है कि वे देश के स्वतंत्रता सेनानियों और अपने इलाके में स्वतंत्रता संग्राम के दौर की वीरता की गाथाओं के बारे में किताबें लिखें। उन्होंने कहा कि हमें आने वाले समय को नयी आशाओं और नवीनता से भरना है। पिछले साल हमने असाधारण संयम और साहस का परिचय दिया। इस साल भी हमें कड़ी मेहनत करके अपने संकल्पों को सिद्ध करना है। उन्होंने कहा कि मन की बात कार्यक्रम से उन्हें बहुत कुछ जानने-सीखने और पढ़ने को मिलता है।