द फॉलोअप टीम, शाहजहांपुर:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यूपी के शाहजहांपुर से गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया। उनके साथ यूपी के मुख्मयंत्री योगी आदित्यनाथ भी मंच पर मौजूद रहे। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से पहले इस एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया जाना काफी अहम है। इस एक्सप्रेस के बनने से ना केवल औद्योगिक विकास को रफ्तार मिलेगी बल्कि सांस्कृतिक समृद्धि भी बढ़ेगी। राजनीतिक लिहाज से भी ये काफी महत्वपूर्ण होगा क्योंकि ये सड़क यूपी के दो हिस्सों को जोड़ेगी।
12 जिलों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज तक 12 जिलों से होकर गुजरेगा। एक्सप्रेस-वे यूपी के पूर्वी हिस्से को पश्चिमी छोर से जोड़ेगा। एक्सप्रेस वे मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा। एक्सप्रेस-वे औद्योगिक और धार्मिक पड़ावों को आपस में जोड़ेगा। इस एक्सप्रेस वे को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे से जोड़ा जायेगा। एक्सप्रेस-वे मेरठ के बिजौली ग्राम से शुरू होकर प्रयागरात बाइपास पर जुडापुर दांदू ग्राम के पास समाप्त होगा।
594 किमी लंबा होगा गंगा एक्सप्रेस-वे
एक्सप्रेस वे की लंबाई 594 किमी होगी। गौरतलब है कि एक्सप्रेस-वे मेरठ के शहीद स्मारक से होते हुए हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर को जोड़ेगा। इसका अगला पड़ाव बुलंदशहर होगा जहां प्रस्तावित इंडस्ट्रियल कॉरिडोर बनाया गया है। बुलंदशहर के बाद एक्सप्रेस-वे अमरोहा से होकर गुजरेगा और प्रसिद्ध वासुदेव मंदिर के दर्शन करायेगा। अमरोहा के बाद संभव के कैलादेवी मंदिर से भी एक्सप्रेस-वे जुड़ जायेगा। संभल के बाद बदायूं में एक्सप्रेस वे पहुंचेगा जहां इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को जोड़ेगा।
94 फीसदी जमीन का अधिग्रहण किया गया
आगे ये हनुमंत धाम से कनेक्ट होगा। शाहजहांपुर में एक्सप्रेस वे पर साढ़े तीन किमी एयरस्ट्रिप बनाई जायेगी जहां वायुसेना के विमान आपातकालीन स्तिति में लैंड कर सकेगे अथवा उड़ाने भर सकेंगे। गौरतलब है कि पहले मेरठ से प्रयागराज जाने में 11 घंटे से ज्यादा का वक्त लगता है। एक्सप्रेस से ये समय महज 8 घंटे हो जायेगा। एक्सप्रेस-वे पर अधिकतम गति सीमा 120 किमी प्रति घंटा तय की गयी है। 94 फीसदी जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है। बाकी का किया जाना बाकी है।