द फॉलोअप टीम, चाईबासाः
चाईबासा में सीआरपीएफ और नक्सली के बीच मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में दो लाख रुपये का इनामी नक्सली मंगरा लुगुन के मारे जाने की खबर है। मंगरा PLFI का एरिया कमांडर था। वह पोड़ाहाट क्षेत्र के जंगलों में काफी एक्टीव था। चाईबासा एसपी अजय लिंडा ने बताया कि देर रात 1:30 बजे मुठभेड़ हुई थी, जिसमें एक उग्रवादी मारा गया है। मंगरा लुगुन के बारे में कहा जाता है कि वह साथ आधा दर्जन नक्सली के साथ रहता था और हर वक्त एके-47 लेकर चलता था।
लेवी वसूली करना चाहता था
मंगरा का मुख्य उद्देश्य ठेकेदारों, जुआ खेल संचालकों, बालू घाट संचालकों आदि को डरा-धमका कर लेवी वसूली करना रहता था। गोइलकेरा व पश्चिम सिंहभूम की पुलिस मंगरा लुगुन पर लगातार नजर बनायी हुई थी तथा उसे जल्द मार गिराने के प्रयास में थी। गौरतलब है कि पिछले महीने जुआ संचालक चन्द्रमोहन तिर्की की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जानकारी के मुताबिक इस हत्या में मंगरा लुगुन और उसके लोगों का ही हाथ था। चन्द्रमोहन मंगरा लुगुन को लेवी नहीं दे रहा था ।
हर बार बच निकलता था मंगरा
मंगर हर माह भरडीहा बालू घाट के संचालकों से 50 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक लेवी लेता था। पुलिस ने उसे यहां कई बार पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह इतना शातिर था कि वह स्वयं बालू घाट पर नहीं जाकर अपने लोगों को लेवी का पैसा लेने भेजा करता था।