द फॉलोअप टीम, चतरा:
हम मेहनत वालों ने जब भी मिलकर कदम बढ़ाया, सागर ने रस्ता छोड़ा पर्वत ने शीश झुकाया ,फ़ौलादी हैं सीने अपने फ़ौलादी हैं बाहें ,हम चाहें तो पैदा कर दें, चट्टानों में राहें। इन पंक्तियों का एक एक शब्द प्रतापपुर ब्लॉक के बभने बाल के में ग्रामीणों पर सटीक बैठता है। ग्रामीण जिन्होंने मिलकर 1000 फीट लंबी सड़क बना डाली। ग्रामीणों ने श्रमदान के जरिए ये सड़क बनाई।
श्रमदान के जरिए बना दी सड़क
दरअसल बभने बाल में ग्रामीणों ने मंगलवार को जर्जर सड़क का निर्माण श्रमदान से खुद ही कर लिया। सड़क की लंबाई करीब एक हजार फीट है। प्रतापपुर डुमरवार पथ में प्रतापपुर देवी मंडप से होकर बभने बाल की ओर जाने वाली इस सड़क को ग्रामीणों ने अपनी मेहनत से तैयार किया। सोमवार की रात एक बैठक हुई जहां ग्रामीणों ने खुद सड़क बनाने का फैसला किया।। मिली जानकारी के मुताबिक गांव के 25 युवाओं ने अपनी मेहनत, लगन और जुनून से सड़क बना दी।
बारिश में कीचड़युक्त होती थी सड़क
समाजसेवी संतोष कुमार शर्मा ने बताया कि आरईओ रोड से बभने बाल पर जाने वाली सड़क जर्जर हालत में थी। बरसात में रास्ता कीचड़युक्त बन जाता था। पानी जमा होने पर आवागमन में परेशानी होती थी। गांव में 100 घर हैं। प्रतापपुर के समाजसेवी बिनोद कुमार यादव की ओर से सड़क निर्माण के लिए छड़ी का डस्ट दिया गया।