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लड़कों के मुकाबले लड़कियों को गोद लेना ज्यादा पसंद करते हैं दंपत्ति, पांच साल में 216 बच्चों को मिला नया परिवार

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द फॉलोअप टीम, रांची:

कोरोना महामारी में कई बच्चों के माता-पिता इस दुनिया से चले गए। कई अनाथ बच्चों को लोगों ने गोद लिया तो उन्हें नया परिवार मिला। केंद्रीय दत्तक ग्रहण प्राधिकरण (कारा) के माध्यम से वित्तीय वर्ष 2020-2021 में रांची में रह रहे 30 अनाथ बच्चों को नए माता-पिता मिले। गोद लेने वाले परिवारों ने लड़कों की तुलना में लड़कियों को अधिक गोद लिया है। ये आंकड़ा झारखंड का है। 

विदेशी दंपत्तियों को लडकियां पसंद हैं
2016 से 2021 तक में रांची के दत्तक ग्रहण संस्थान में रहने वाले 216 बच्चों को गोद लिया गया। इसमें 119 लड़कियां और 97 लड़के है। कई विदेशी दंपती ने भी बच्चों को लिया है। विदेशी पैरेंट्स ने लड़कियों को अधिक पसंद किया। रांची में के दत्तक ग्रहण संस्थान में के 25 बच्चों को विदेशी लोगों ने अपनाया।

पहले आवेदन करना जरूरी होता है
केंद्रीय दत्तक ग्रहण प्राधिकरण से बच्चों को लेने के लिए कानूनी तौर पर आवेदन करना होता है। विदेशों से भी लोग आवेदन कर सकते हैं। इच्छुक व्यक्ति को अपना पूरा ब्योरा देना होता है। लड़का चाहिए या लड़की ये भी बताना होगा। पेरेंट्स को किस उम्र का बच्चा चाहिए यह भी बताना होता है। नॉर्मल, फिजिकल या मेंटल चैलेंज यह भी बताना है। इस तरह से ऐसे कई अनाथ बच्चे है जिन्हें लोगों ने अपनाकर एक नया परिवार और घर दिया है।