द फॉलोअप टीम, रांची:
झारखंड मुक्ति मोर्चा का 12वां अधिवेशन रांची के सोहराय भवन में आयोजित किया गया। महाधिवेशन में एक बार फिर से शिबू सोरेन को झारखंड मुक्ति मोर्चा का अध्यक्ष चुना गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी सर्वसम्मति से झामुमो का कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया। गौरतलब है कि दोनों का चुनाव निर्विरोध किया गया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता और नेता मौजूद थे।
राजनीति में आचार-विचार-व्यवहार जरूरी!
महाधिवेशन में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायकों, नेता और कार्यकर्ताओं को झारखंड आंदोलनकारी, राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने संबोधित किया। शिबू सोरेन ने कहा कि राजनीतिक आचार, विचार और व्यवहार से चलती है। उन्होंने कहा कि राजनीति में सभी प्रतिनिधियों अथवा नेताओं की जनता के प्रति कुछ जिम्मेदारी होती है और आचरण उसी के अनुरूप होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीति में विचार अथवा विचारधारा का भी खासा महत्व है। विचारधारा जनता के कल्याण के प्रति समर्पण की होनी चाहिए। दिशोम गुरु ने कहा कि राजनीति में व्यवहार का बहुत महत्व है। आपका स्वाभाव मायने रखता है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अच्छा काम करते हैं!
अपने बेटे और सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कार्यकाल तथा कार्यशैली पर भी शिबू सोरेन ने अहम टिप्पणी की। कहा कि हेमंत सोरेन अच्छा काम कर रहे हैं। हेमंत सोरेन की अगुवाई में महागठबंधन की सरकार सकारात्मक सोच के साथ काम कर रही है। सरकार की कार्यशैली समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुंचाने की है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने बतौर मुख्यमंत्री अपने पिछले कार्यकाल में भी अच्छा काम किया था। इसी का परिणाम है कि जनता ने उनको दोबारा सत्ता सौंपी है।
राज्य के विकास के लिए सहभागिता जरूरी
शिबू सोरेन ने कहा कि झारखंड के विकास के लिए सहभागिता जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में समाज और सरकार के बीच बेहतर तालमेल होना चाहिए। सरकार अपना काम कर रही है और समाज को भी अपना काम करना चाहिए। सरकार को समाज के प्रति जवाबदेह होना चाहिए और समाज को भी चाहिए कि वो सरकार की रचनात्मक आलोचना करे। कमियों की ओर ध्यान दिलाये। सरकार जो भी कल्याणकारी योजना लोगों के लिए लाती है उसे समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाना समाज की भी जिम्मेदारी है। शिबू सोरेन ने कहा कि जब सरकार और समाज के बीच बेहतर तालमेल होगा तो प्रदेश में विकास होगा।
नशामुक्त समाज के लिए सबका तालमेल जरूरी!
झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष शिबू सोरेन ने कहा कि झारखंड में पहले लोग ज्यादा नशा किया करते थे। समाज में हड़िया और शराब का लोग सेवन करते थे। समाज नशे में डूबा रहता था लेकिन धीरे-धीरे हालात बदल रहा है। लोग पढ़ने लगे हैं। अपने बच्चों के बेहतर भविष्य गढ़ने के प्रति गंभीर है। उन्होंने कहा कि नशा अथवा शराब किसी भी समाज के लिए काफी बुरी चीज है। उन्होंने कहा कि पढ़े-लिखे लोग भी शराब का सेवन करते हैं, लोगों को इससे बचना चाहिए। पूरे समाज को जागरूक होना होगा।