द फॉलोअप टीम, रांची:
कोराना की दहशत को मात देती बचपन की खुशहाली, तो मुक्त गगन में हुलस-हुलस ठुमकती हरियाली। ऐसे मंज़र आज बच्चों की पेंटिग्स और उनके डांस में दिखे, और तालियों के मिले उत्साह के सबब बने। अवसर था, कोरोना संकट लॉक डॉउन आज की वर्तमान परिस्थिति के विषय पर हुई पेंटिंग और नृत्य प्रतियोगिता का। कांटा टोली स्थित मंगल टावर परिसर में इसका आयोजन उलगुलान महिला मोर्चा, श्रमिक पत्रकार संघ और एआईएसएफ ने मिलकर किया था।
पुरस्कृत किए गए विजयी प्रतिभागी बच्चे
कांटाटोली, मौलाना आजाद कोलोनी, गढ़ा टोली, इदरीस कॉलोनी क़ुरैशी मोहल्ला, शांतिनगर और गौशनगर क्षेत्र के 80 से अधिक बच्चों ने हिस्सा लिया। चित्रांकन के लिए तीन ग्रुप बनाया गये थे। प्रथम ग्रुप में 5 से 7 साल के बच्चे, दूसरे ग्रुप में 8 से 10 और तीसरे ग्रुप में 11 से 15 साल के बच्चों को रखा गया था। विजयी प्रतिभागियों को अतिथियों ने इनाम से नवाज़ा। जिसमें रहनुमा नाज, पीहू कुमारी, महावीश सारा , आर्यन जोसेफ एक्का, सानिया परवीन, आयुष मुंडा, मुस्कान परवीन, अशब कुरेशी, फरहाना तबस्सुम, यासमीन परवीन, जूही कुमारी, कुलसुम के नाम शामिल हैं।
ऐसे आयोजन बहुत ही प्रेरक और सराहनीय
बतौर मुख्य अतिथि वरिष्ठ चित्रकार प्रवीण करमाकर ने कहा कि कम संसाधन में बेहतर प्रयास है , इस तरह के प्रयास आगे भी होते रहने चाहिए। थाना प्रभारी संजय कुमार ने कहा कि कोविड काल के बाद बच्चों को इस तरह हंसते और मुस्कुराते देखना अच्छा लग रहा है। आयोजकों की पहल काफी सराहनीय है। आरजेडी नेता राजेश यादव ने कहा कि बच्चों के बीच काम करना बहुत जरूरी है। सीपीआई नेता अजय सिंह ने कहा कि हम लोग हर क्षेत्र में काम करते हैं। बच्चों के लिए विशेष तौर पर काम कर रहे हैं , आगे भी करेंगे। फरजना फारूकी ने कहा कि इस तरह का प्रयास लंबे समय से चल रहा है, आगे भी जारी रहेगा। बीएन सिंह, गौतम चौधरी और वीरेंद्र विश्वकर्मा ने भी अपनी बातें रखीं। मौके पर मुफ्ती अब्दुल्लाह अजहर, पत्रकार शारिफ इब्राहिम , परवेज कुरेशी, आकाश सिंह, मोइजुद्दीन और एआईएसएफ के मेहुल सहित बच्चों के अभिभावक भी शामिल हुए।