द फॉलोअप टीम, मांडर:
रविवार को विधायक बंधु तिर्की के पैतृक गांव बनहोरा जतरा मैदान में 21 पाड़हा सोहराई जतरा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में हर टोला से विभिन्न खोड़हा दल पारंपरिक नृत्य करते हुए जतरा में शामिल हुए। गुमला के खोड़हा मंडली के द्वारा अद्भुत पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की शामिल हुये। वहां लोगों ने विधायक बंधु तिर्की का गर्मजोशी से स्वागत किया।
संस्कृति और पहचान को बचाना जरूरी
बंधु तिर्की ने लोगो को संबोधित करते हुए कहा कि आज हम आदिवासी जिस तरह अपने हक अधिकार के लिए लड़ते हैं उसी तरह अपनी पहचान अपनी संस्कृति को भी बचाए रखना है ताकि आने वाली पीढ़ी को इससे प्रेरणा मिल सके। उन्होंने कहा कि जतरा या ऐसे धर्मिक और पारम्परिक आयोजन को जिंदा रखने की आवश्यकता है और आने वाली पीढ़ी को अपनी संस्कृति के प्रति जागरुक करना है। ऐसे आयोजन से समाज मे एकता का संचार होता है।
शिक्षा के प्रति जागरूक हो आदिवासी समाज
विधायक बंधु तिर्की ने कहा कि आदिवासी समाज शिक्षा में काफी पिछ्ड़े हैं । अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दीजिए औ अपने अधिकारों के प्रति सजग बनिये। अपनी जमीन को लूटने मत दीजिए। मौके पर कमड़े पंचायत की मुखिया नीलम तिर्की, पार्षद पुस्पा टोप्पो, समाजसेवी एल्विन लकड़ा, पंडरा पंचायत के मुखिया सुनील तिर्की, सिमलिया के मुखिया मुकेश भगत, सुनील टोप्पो, संजय तिर्की, विकास तिर्की, रमा महली, राजेश लिंडा,शशि बांडो, मुन्तजिर खान, सोनू लकड़ा, संजय लकड़ा ,रवि तिर्की एवं आयोजन कमेटी के सदस्य उपस्थित थे।