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कोरोना मरीज की पत्नी मांगती रही सहायता, पड़ोसियों ने दरवाजा बंद कर लिया

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द फॉलोअप टीम, गिरिडीह:

कोरोना संक्रमण ने लोगों की सोच, सामाजिक दायित्व और अपनेपन तक को खत्म कर दिया है। गिरिडीह जिले में भी ऐसा ही कुछ हुआ। शहर के अलकापुरी में मंगलवार को एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति प्रवीण कुमार गुप्ता तीन दिनों से बीमार थे। उनको अस्पताल ले जाने वाला कोई नही था। उनकी हालत अचानक गंभीर हो गई। 

बीमार प्रवीण छटपटाता रहा नहीं मिली मदद
गंभीर रुप से बीमार प्रवीण छटपटाता रहा। मदद के लिए आस-पड़ोस से कोई नहीं आया। पत्नी अकेली पति को संभालती रही। मदद के लिए चीखती-पुकारती रही लेकिन किसी ने भी उसकी पुकार पर ध्यान नहीं दिया। दुर्भाग्यपूर्ण बात ये है कि पड़ोसियों ने उनकी पुकार को अनसुना कर दरवाजा बंद कर लिया। 

किसी तरह से पत्नी ने एम्बुलेंस बुलवाया
किसी के मदद  से पत्नी ने दोपहर करीब 1 बजे एक एंबुलेंस को बुलाया और हिम्मत कर पति को लेकर अस्पताल के लिए निकल पड़ी। एम्बुलेंस जैसे ही आगे बढ़ा तड़पते युवक ने दम तोड़ दिया। मामला पचंबा थाना क्षेत्र की है। प्रवीण कुमार गुप्ता किराए के मकान में पत्नी व दो बच्चों के साथ रहते थे।

पांच घंटे बाद मौके पर पहुंचे पदाधिकारी
कोरोना संक्रमण के डर से कोई पहुंचने की हिम्मत नहीं जुटा रहा था। अंत में करीब 5 घंटे बाद एसडीएम प्रेरणा दीक्षित, सीओ रवि भूषण प्रसाद, थाना प्रभारी पहुंचे। प्रशासन की खबर पर बेंगाबाद से परिजन पहुंचे, फिर एंबुलेंस से ही उसे बरमसिया श्मशान घाट लेचर अंतिम संस्कार कर दिया गया।