द फॉलोअप टीम, गुमला
गुमला के नौ मजदूर को तमिलनाडु में बंधक बना कर रखा गया है। जानकारी के अनुसार तमिलनाडु में धागा कंपनी में पांच दिनों से बंधक बना कर रखे गये हैं। सभी मजदूर खोरा पतराटोली व बरगांव के हैं। इनमें 12 माह का एक बच्चा, छह पुरुष और तीन महिलाएं है। जानकारी के मुताबिक रांची के एक दलाल के बहकावे में आकर आठ दिन पहले सभी मजदूर तमिलनाडु काम करने निकल गए थे। उनसे तीन दिनों तक धागा कंपनी में दिन-रात काम कराया गया, काम के दबाव से घबराये मजदूरों ने काम करने से इनकार कर दिया। जिसके बाद कंपनी प्रबंधन ने मोबाइल फोन व आधार कार्ड जब्त कर एक कमरे में सभी मजदूरों को बंद कर दिया। जब मज़दूरों ने विद्रोह किया तो उनकी पिटाई करते हुए कंपनी प्रबंधक ने उनसे कहा कि उन लोगों को झारखंड से तमिलनाडु लाने में 61 हजार रुपये खर्च हुए हैं, उसकी भरपाई करो, तो सभी को मुक्त कर देंगे।
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मदद नहीं मिली, तो हम यहां मर जायेंगे, बेरहमी से पीटा जा रहा है- बंधक मज़दूर
इसके बाद कंपनी के मालिक ने मजदूरों के परिजन को दो बैंक का खाता नंबर व्हाटसअप किया और धमकी दी गयी कि अगर 24 घंटे में पैसा नहीं मिलता है, तो सभी का हाथ-पैर तोड़ देंगे। वहीं बंधक बनाये जाने और पिटाई के बाद सभी मजदूर डरे हुए हैं। और बंधक बनी युवतियों के साथ भी कंपनी के लोग बदसलूकी कर रहे हैं। तमिलनाडु में फंसे मजदूर मंगलदेव उरांव ने बताया कि सबके मोबाइल और आधार कार्ड जब्त कर लिये गये हैं और अगर मदद नहीं मिली, तो हम यहां मर जायेंगे, बेरहमी से पीटा जा रहा है।