द फॉलोअप टीम, रांचीः
एनआईए हथियार सप्लाई के मामले में लगातार जांच कर रही है। एटीएस थाने में दर्ज कांड संख्या 1/21 को एनआईए ने ही जांच के लिए अपने हाथ में लिया था। इस मामले में रांची एनआईए बीएसएफ के पूर्व जवान अरुण कुमार, ऋषि कुमार, पंकज कुमार और कार्तिक बेहरा से पूछताछ कर रही है। एनआईए के अनुसार सभी आरोपी भाकपा माओवादियों और अमन साव के गैंग से जुड़े हैं और उनको हथियार सप्लाई करते थे।
मुजाहिद खान और संजय सिंह सप्लाई करते थे
एनआईए के अनुसार मुजाहिद खान और संजय सिंह माओवादियों को फंड व जरूरी सामान की सप्लाई करते थे। पहले ही मुजाहिद खान ने 250 राउंड इंसास की गोलियों की सप्लाई माओवादियों को की थी। इसके लिए मुजाहिद ने ऋषि कुमार को 1.75 लाख रुपये दिये थे। बता दें कि ऋषि कुमार और अविनाश कुमार को एटीएस ने 450 रांउड कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था।
जब वह अमन साव के गैंग को हथियार की सप्लाई करने जा रहे थे। एटीएस ने इस मामले में बीएसएफ के जवान को भी गिरफ्तार किया था। इस गिरोह ने सात सालों में यूपी, बिहार समेत कई राज्यों के गैंगेस्टरों को भी हथियार की सप्लाई की है।
12 ठिकानों पर हुई थी छापेमारी
गौरतलब है कि एनआईए ने 30 दिसंबर 2021 को केंद्रीय पारा मिलिट्री को आवंटित हथियार और कारतूस की सप्लाई मामले में झारखंड, बिहार और यूपी के 12 ठिकानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान एनआईए को 1.46 लाख कैश, लैपटॉप, सेलफोन, कंप्यूटर, डिजिटल स्टोर डिवाइस, कई सारे कागजात मिले थे।