द फॉलोअप टीम:पटना- बिहार निवासी IAS ऑफिसर नवीन चौधरी जम्मू-कश्मीर के स्थायी निवासी हो गए हैं। जी हां, नवीन चौधरी को जम्मू-कश्मीर की नागरिकता मिल गई है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटने के बाद, पहली बार राज्य से बाहर के किसी व्यक्ति को डोमिसाइल सर्टिफिकेट जारी हुआ है। पिछले दिनों IAS ऑफिसर नवीन चौधरी ने जम्मू के बाहू तहसीलदार कार्यालय में डोमिसाइल सर्टिफिकेट के लिए अप्लाई किया था।
दरभंगा जिले के निवासी हैं नवीन चौधरी
IAS अफसर नवीन चौधरी फिलहाल जम्मू में एग्रीकल्चर विभाग में कमिश्नर सेक्रेटरी पद पर नौकरी कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर सरकार के कृषि विभाग में कमिश्नर सेक्रेटरी पद पर तैनात नवीन चौधरी मूल रूप से बिहार के दरभंगा जिले के रहने वाले हैं।
2019 के अगस्त में हटा था अनुच्छेद 370
पिछले साल 5 अगस्त को केन्द्र की मोदी सरकार ने जम्मू -कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटा दिया था। तब गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 से हटाने की घोषणा की थी। इसके बाद, गृहमंत्री ने सदन में जम्मू एवं कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक 2019 पेश किया था।
370 के तहत जम्मू-कश्मीर को मिली थी स्वायत्ता
दरअसल जम्मू-कश्मीर को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत विशेष स्वायत्तता मिली थी। वहीं, 35A जम्मू-कश्मीर राज्य विधानमंडल को 'स्थायी निवासी' परिभाषित करने और उन नागरिकों को विशेषाधिकार प्रदान करने का अधिकार देता था।
बड़ी संख्या में नागरिकता के लिए हुआ है अप्लाई
नवीन चौधरी के अलावा काफी संख्या में लोगों ने जम्मू-कश्मीर की नागरिकता के लिए आवेदन दिया है। माना जा रहा है कि आनेवाले दिनों में उन्हें भी डोमिसाइल सर्टिफिकेट जारी हो सकता है।
स्थायी निवासी होने का आधार
केंद्र की मोदी सरकार ने धारा 370 के खत्म करने के बाद जम्मू-कश्मीर में नए डोमिसाइल एक्ट को मंजूरी दी थी। इस एक्ट के मुताबिक वही लोग जम्मू-कश्मीर की नागरिकता ले सकते हैं जो 15 साल से जम्मू-कश्मीर में रह रहे हों या जिन लोगों ने यहां पर सात साल तक पढ़ाई की हो और इसी राज्य के स्कूलों में 10वीं एवं 12 की परीक्षा दी हो। नवीन चौधरी को इसी अहर्ता के आधार पर जम्मू-कश्मीर के स्थायी निवासी होने का गौरव हासिल हुआ है।