द फॉलोअप टीम, रांची:
मोरहाबादी में अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे झारखंड के 2200 सहायक पुलिस कर्मियों से आज रांची के सांसद संजय सेठ ने मुलाकात की। उन्होंने सभी सहायक पुलिस कर्मियों से उनका हालचाल पूछा और उनकी मांगों को समझा। उनसे मुलाकात के बाद सांसद ने कहा कि झारखंड सरकार बिल्कुल संवेदनहीन होकर हठधर्मिता के साथ काम कर रही है।
रघुवर सरकार में इनको नौकरी मिली!
रांची सांसद संजय सेठ ने कहा कि 2017 में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इन पुलिसकर्मियों को नौकरी दी। इन्हें प्रशिक्षण दिया और झारखंड पुलिस के साथ कदम से कदम मिलाकर इन सब ने काम किया। अब जब इन्हें स्थायी करने का समय आया है तो सरकार इनका रोजगार छीनने पर लगी हुई है। झारखंड सरकार को इनके मामलों पर विचार करना चाहिए। यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है कि सुदूरवर्ती गांव से आई सहायक पुलिसकर्मी बहने-बेटियां अपने दूधमुंहे बच्चे के साथ आंदोलन कर रही है।
सरकार अविलंब मांगो पर विचार करे!
संजय सेठ ने कहा कि झारखंड सरकार अविलंब इनकी मांगों पर विचार करें और इन्हें स्थायी करने की दिशा में काम करें। चूंकि इन्होंने झारखंड पुलिस का प्रशिक्षण प्राप्त किया है और पुलिस के साथ काम भी किया है। इस अनुभव का लाभ झारखंड की जनता और पुलिस दोनों को मिलेगा। सरकार को उनकी पारिवारिक स्थिति को भी देखते हुए उनके स्थायीकरण पर विचार करते हुए काम करना चाहिए। सेठ ने सभी सहायक पुलिस कर्मियों का आश्वस्त किया कि उनके हर आंदोलन में वह पूरी तरह उनके साथ खड़े हैं।