द फॉलोअप टीम, रांची:
आज 16 जनवरी है। झारखंड-बिहार में प्रगतिशील, जनवादी राजनीतिक आंदोलन को सशक्त दिशा देने वाले महेंद्र सिंह की शहादत का 17 वां दिवस। दुखद सूचना यह है कि आज ही उनकी पत्नी शांति देवी (65 वर्ष) का देहावसान बोकारो में हो गया। 27 दिसंबर को उन्हें बगोदर से बीजीएच बोकारो में भर्ती कराया गया था। यह खबर भाकपा माले से बगोदर विधायक विनोद सिंह ने दी है। उन्होंने बताया, शहीद का. महेंद्र सिंह की पत्नी, हमारी मां शांति देवी का आज निधन हो गया। वे बीमार थीं। डायबिटीज की मरीज थीं। उनका अंतिम संस्कार खंभरा ( बगोदर) गांव में होगा।
Even as Jharkhand comrades were busy with Com Mahendra Singh's 17th martyrdom anniversary commemoration, Comrade Shanti Devi, Comrade Mahendra Singh's wife, passed away before the break of dawn.
— CPIML Liberation (@cpimlliberation) January 16, 2022
Red Salute Com. Shanti Devi! pic.twitter.com/9XJXPOio9x
शांति देवी के पति महेंद्र सिंह 1978 में सक्रिय राजनीति में आए। पहली बार 1990 में गिरिडीह जिले के बगोदर विधानसभा क्षेत्र से आइपीएफ (अब भाकपा माले) के टिकट पर विधायक बनकर बिहार विधान सभा में पहुंचे थे। 995 और 2000 में भी वे विधायक चुने गए थे। 16 जनवरी, 2005 को नक्सलियों ने उनकी हत्या सरिया थाना क्षेत्र के दुर्गी धवाईया गांव में कर दी थी।
महेंद्र सिंह की पहचान एक जननायक के रूप में रही। अपने आखरी समय तक विधायक बने रहे। 2005 के चुनाव में उनके पुत्र विनोद सिंह सदन के लिये चुने गये। वर्तमान में भी वह विधायक हैं।