द फॉलोअप टीम, रांची:
मेयर डॉ. आशा लकड़ा ने कहा कि दीपावली और महापर्व छठ के दौरान बिजली की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। विद्युत विभाग को इस ओर ध्यान देना जरूरी है। सोमवार को रांची नगर निगम के 73 एचवाईडीटी का विद्युत कनेक्शन काट दिया गया, इससे शहर के लोगों को परेशानी हो रही है। मिनी एचवाईडीटी और एचवाईडीटी की सुविधा उन इलाकों में की गई है, जहां पाइपलाइन से जलापूर्ति की सुविधा उपलब्ध नहीं है। मेयर ने कहा कि बिजली कनेक्शन व उसके उपभोग की बात सही है। बिजली विभाग को बिल का भुगतान नहीं किए जाने से विभाग को समय पर राजस्व का भुगतान नहीं हो पाया है। परंतु त्योहार के दौरान बिद्युत कनेक्शन काटकर आमलोगों को परेशान करना उचित नहीं है। मिनी एचवाईडीटी व एचवाईडीटी से अधिकांशतः निम्न वर्ग के लोग ही लाभान्वित हैं। इस संदर्भ में विद्युत विभाग के अधिकारी को रांची नगर निगम के अधिकारी व जनप्रतिनिधियो से संपर्क काट बकाए राशि के भुगतान के लिए पहल करना चाहिए।
मेयर ने कहा कि रांची नगर निगम परिषद की आगामी बैठक में इस विषय पर चर्चा कर विद्युत विभाग के बकाये राशि के भुगतान पर चर्चा की जाएगी, ताकि इस समस्या के स्थाई समाधान हो सके। मेयर ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से आग्रह करते हुए कहा कि दीपावली व छठ महापर्व के दौरान मिनी एचवाईडीटी व एचवाईडीटी का विद्युत कनेक्शन काटने की कार्रवाई पर रोक लगाई जाए। विद्युत विभाग के बकाये राशि के भुगतान को लेकर जल्द ही उचित निर्णय लिया जाएगा।
मेयर डॉ. आशा लकड़ा ने मंगलवार को जगन्नाथपुर तालाब में विड हार्वेस्टर मशीन का शुभारंभ किया। मेयर ने बताया कि इस मशीन के माध्यम से दो-तीन दिनों के अंदर तालाब में फैली जलकुंभी व गंदगी की सफाई होगी। निगम क्षेत्र में लगभग 30 से 35 तालाब व दो बड़े जलाशय हैं। रांची नगर निगम की ओर से अब तक सफाईकर्मियों के माध्यम से ही तालाब की सफाई कराई गई। इस व्यवस्था के तहत तालाबों और जलाशयों का सफाई सालभर काम समय में सुगमता से कराया जाएगा। शहरी क्षेत्र में स्वर्णरेखा, जुमार और पोतपोटो नदी भी है, जिसकी समय-समय पर सफाई कराने की आवश्यकता है। इस मशीन से नदी में फैली गंदगी की सफाई संभव होगी। मेयर ने कहा कि पूर्व में तालाबों व जलाशयों की सफाई के लिए भाड़े पर विड हार्वेस्टर मशीन लेने की योजना बनाई गई थी, जो संभव नहीं हो सका। इस व्यवस्था को शुरू करने में विलंब अवश्य हुआ। अब रांची नगर निगम के पास तालाबों व जलाशयों को स्वच्छ रखने के लिए उपयुक्त संसाधन उपलब्ध है।