द फॉलोअप टीम, रांचीः
हरमू, राँची स्थित आजसू पार्टी केंद्रीय कार्यालय में झारखण्ड आंदोलनकारी शहीद सुनील महतो को अखिल झारखंड छात्र संघ (आजसू) के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर शहीद सुनील महतो के विचारों एवं उनके सामाजिक जीवन पर प्रकाश डाला गया। आजसू के प्रदेश उपाध्यक्ष नीरज वर्मा ने कहा कि शहीद सुनील महतो की हत्या के दशकों बीत जाने बाद भी उन्हें इंसाफ नहीं मिला है, उन्हें न्याय ना मिलना झारखंड अलग राज्य आंदोलन के तमाम आंदोलनकारियों का अपमान है।
आजसू के राँची विश्वविद्यालय उपाध्यक्ष राहुल तिवारी ने कहा कि जहां एक आम इंसान की हत्या का खुलासा हो जाता है, लेकिन एक सांसद की हत्या का खुलासा पुलिस प्रशासन एवं जांच एजेंसियां नही कर सकी, यह प्रामाणित करता है कि शहीद सुनील महतो की हत्या के पीछे बड़ी साजिश थी। मौके पर गौतम सिंह, नीरज वर्मा, नीतीश सिंह, राहुल तिवारी, अभिषेक शुक्ला, आशुतोष कुमार, शुभम कुमार आदि उपस्थित थे।
4 मार्च 2007 को हुई थी शहीद सुनील महतो की हत्या
सांसद सुनील महतो की 4 मार्च 2007 को जमशेदपुर के गालूडीह बागुडिया में फुटबॉल खेलने के दौरान नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। घटना की जांच उच्चस्तरीय एजेंसियों से भी कराई थी, लेकिन 10 साल बाद भी असली हत्यारा और हत्या की साजिश रचने वाले का खुलासा नहीं हुआ है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है।