द फॉलोअप टीम, गोड्डा:
कोरोना की दूसरी लहर से झारखंड भी हलकान है। यहां रोजाना हजारों की संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं। सैकड़ों लोगों की जान जा रही है। इस बीच राज्य में पत्रकार भी बड़ी संख्या में कोरोना की चपेट में आये हैं। पत्रकार ना केवल कोरोना की चपेट में आए हैं बल्कि कई पत्रकारों की मौत भी हो गयी है। आंकड़ों के मुताबिक अब तक राज्य में आधा दर्जन पत्रकारों की मौत हो चुकी है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि पत्रकारों को फ्रंटलाईन वर्कर्स घोषित नहीं किया गया जबकि वे भी फील्ड में होते हैं।
पत्रकारों के लिए वैक्सीनेशन की मांग
इस बीच महागामा विधानसभा सीट से कांग्रेस की विधायक दीपिका पांडेय ने पत्रकारों के हक में आवाज उठाई है। महामागा विधायक दीपिका सिंह ने मुख्यमंत्री को इस बाबत चिट्ठी लिखी है। उन्होंने मांग की है कि 45 वर्ष से कम आय़ु के पत्रकारों को फ्रंटलाईन वर्कर्स मानते हैं वैक्सीनेशन अभियान में शामिल किया जाये। दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि पत्रकार खबरों का संकलन करने लगातार फील्ड में जाते हैं। उनके संक्रमित होने की संभावना ज्यादा होती है।
पत्रकारों को मिलनी चाहिए प्राथमिकता
दीपिका पांडेय सिंह ने सीएम से मांग की है कि पत्रकारों को प्राथमिकता सूची में रखते हुए उनका वैक्सीनेशन किया जाना चाहिए। 45 वर्ष से कम आयु के सभी पत्रकारों का वैक्सीनेशन किया जाना चाहिए क्योंकि वे हमेशा संक्रमण के रिस्क के साथ काम करते हैं। इस बीच विधायक दीपिका पांडेय सिंह ने केमिस्टों के लिए भी वैक्सीनेशन की मांग की है। उनका कहना है कि दवाइयां सहित अन्य मेडिकल उपकऱणों की आपूर्ति की वजह से वे कई लोगों के संपर्क में आते हैं। केमिस्टों को भी प्राथमिकता सूची में रखते हुए उनका वैक्सीनेशन करना चाहिए।
कई पत्रकार आये संक्रमण की चपेट में
रिपोर्ट्स के मुताबिक झारखंड के अलग-अलग जिलों में अब तक 50 से भी ज्यादा पत्रकार कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इस बीच आधा दर्जन से ज्यादा पत्रकारों की मौत हो चुकी है। कई पत्रकार गंभीर हालत में अस्पतालों में भर्ती है। खबर संकलन के काम में लगे पत्रकारों को हमेशा संक्रमण का खतरा बना रहता है। ऐसे में जरूरी है कि पत्रकारों को भी प्राथमिकता में वैक्सीन लगाया जाये।