द फॉलोअप टीम, रांची:
छात्रा सुरैया परवीन केस और लोहरदगा फ़साद की उच्य स्तरीय जांच कराई जाएगी। अविलंब कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की लापरवाहियों को भी नजर अंदाज नहीं किया जाएगा। किसी निर्दोष को फ़ंसाने नहीं दिया जाएगा। यह बातें लोहरदगा के विधायक और राज्य के वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने कही है। वह आज उनसे मिलने गए प्रबुद्ध और सामाजिक कार्यकर्ताओं से बात कर रहे थे। प्रतिनिधिमंडल में डॉ. करमा उरांव के अलावा अधिवक्ता फ़ादर महेंद्र पीटर तिग्गा, अंतू तिर्की, ज्योति सिंह मथारू, नदीम खान, भुनेश्वर केवट, ज़ेवियर कुजूर के साथ मृतका की मां महजबीन ख़ातून, मृतका के भाई मोहम्मद सैफ़ और मोहम्मद शाहनवाज़ शामिल थे।
डॉ. करमा उरांव के नेतृत्व में गए प्रतिनिधिमंडल ने डॉ. रामेश्वर उरांव को बताया कि 14 अगस्त को छात्रा सुरैया परवीन की संदिग्ध मौत मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। क्योंकि कई साक्ष्य हत्या की ओर इशारा करते हैं। जबकि पुलिस इसे आत्हत्या मान रही है। कोई व्यक्ति उस लड़की का पिता बनकर आप को गलत जानकारी दे गया कि सुरैया ने सुसाइट किया था। जबकि सच यह है कि सुरैया के पिता ड्राइवर है। किसी तरी परिवार का पालन पोषण करते हैं। इस घटना के बाद सांप्रदायिक माहौल बना। लोहरदगा पुलिस ने एक विशेष धर्मावलंबी केर 221 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर लिया। प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि पुलिस अल्पसंख्यक वर्ग के युवाओं को परेशान कर रही है।