द फॉलोअप टीम, रांची:
झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस किया। उन्होंने पत्रकारों को फोन के माध्यम से ही संबोधित किया। प्रेस कांफ्रेंस में सुप्रियो भट्टाचार्य ने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर जमकर निशाना साधा। सुप्रिया भट्टाचार्य ने केंद्र पर कोरोना के खिलाफ जंग में झारखंड के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया। सुप्रिया भट्टाचार्य ने तल्ख टिप्पणी भी की।
सीएम का ट्वीट झारखंड की जनभावना
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया कि पीएम मोदी केवल अपने मन की बात करते हैं। उन्होंने राज्य के बारे में काम की बात की ही नहीं। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सीएम से ट्वीट करते ही भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश नेता, विधायक, सांसद और केंद्रीय मंत्री उछल पड़े। कहने लगे कि सीएम ने पीएम को लेकर ऐसा कैसे कह दिया। उन्होंने कहा कि मैं बताता हूं कि ऐसा क्यों कहा। दरअसल, नागरिकों को बताना जरूरी था कि कोरोना के खिलाफ जंग में केंद्र या पीएम मोदी की तरफ से राज्य की कितनी सहायता की गयी।
केंद्र से मदद नहीं ला पाए बीजेपी के सांसद
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य में राज्यसभा और लोकसभा को लेकर बीजेपी-आजसू गठबंधन के कुल 16 सांसद हैं। इनमें से मुख्तार अब्बास नकवी और अर्जुन मुंडा तो केंद्र सरकार में मंत्री हैं। बावजूद इन लोगों ने राज्य के लिए केंद्र के सामने आवाज नहीं उठाई। कोई मदद नहीं ला पाये। ये लोग केवल केंद्र की ताल पर ढफली बजाते हैं। किसी भी सासंद या मंत्री ने राज्य के लिए केंद्र के पास आवाज नहीं उठाई। सुप्रिया भट्टाचार्य ने कहा कि मैं ये बात हवा में नहीं कह रहा हूं बल्कि आंकड़े हैं।
राज्य में वैक्सीनेशन की स्थिति खराब है
झामुमो महासचिव ने कहा कि केंद्र सरकार हमेशा वैक्सीनेशन का राग अलापती रहती है। झारखंड को सभी नागरिकों का पूर्ण टीकाकरण करने के लिए साढ़े चार करोड़ वैक्सीन की जरूरत है। केंद्र की तरफ से 1 मार्च से लेकर अब तक केवल 29 लाख 83 हजार 500 डोज दिया गया। बीते तीन दिनों में केवल 1 लाख डोज मिला। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि इतनेी वैक्सीन में तो उन सभी लोगों को कोरोना का दूसरा डोज नहीं दिया जा सकता जिन्होंने पहला डोज लिया है। 18 साल से अधिक आयु के नागरिकों का वैक्सीनेशन तो दूर की कौड़ी है। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हमने रेमडेसिवीर इंजेक्शन की 4 लाख 28 हजार 500 खेप मांगी थी लेकिन मिली केवल 29 हजार 500 खेप।
वैक्सीन की कीमतों में भेदभाव क्यों किया
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि आज से पहले भारत में किसी भी महामारी के लिए वैक्सीनेशन फ्री में किया जाता था। इस बार केंद्र सरकार ने वैक्सीन की अलग-अलग कीमतें तय कीं। सरकारी अस्पताल के लिए अलग, निजी अस्पताल के लिए अलग और केंद्र सरकार के लिए अलग। झामुमो महासचिव ने कहा कि आखिर ऐसा क्यों किया गया। वैक्सीन की कीमतें अलग-अलग क्यों तय की गयी।
रूपा तिर्की मामले में एसआईटी का गठन
बहुचर्चित रूपा तिर्की संदिग्ध मामले में सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि फिलहाल जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। मामले की सघन जांच का निर्देश दिया गया है। पूरे राज्य में नागरिकों और राजनीतिक पार्टियों द्वारा मामले की सीबीआई जांच की मांग की जा रही है। इस मामले में सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि एसआईटी अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। रिपोर्ट को देखने के बाद यदि लगेगा कि मामले में सीबीआई जांच की जरूरत है तो सरकार जरूर इसकी अनुशंसा करेगी।
कामगारों के लिए भी इंतजाम करेगी सरकार
झारखंड में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत लॉ़कडाउन की अवधि बढ़ाई गयी है। इसकी वजह से सबसे ज्यादा असंगिठत कामगारों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। प्रवासी श्रमिकों को भी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य के पास पैसों की कमी है। जो भी संसाधन हैं उनका इस्तेमाल स्वास्थ्य आधारभूत ढांचा को मजबूत करने में किया जा रहा है। अधिकारियों को असंगठित कामगारों के लिए कार्ययोजना बनाने को कहा गया है। असंगठित कामगारों और प्रवासी श्रमिकों के भोजन और रोजगार की व्यवस्था भी की जायेगी।