द फॉलोअप टीम, रांची:
भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में झामुमो-कांग्रेस के सैकड़ो जनजाति कार्यकर्ताओं ने पार्टी में हुए शामिल। सभी को स्वागत करते हुए भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हेमंत सरकार से 19 माह में ही आदिवासी समाज का मोह भंग हो चुका। अबुआ देश, अबुआ राज की बात करने वाले मुख्यमंत्री के राज में सबसे ज्यादा आदिवासियों की हत्याएं हो रही हैं। हेमंत सोरेन के सत्ता बनते ही चाईबासा में आदिवासियों की हत्या हुई, सिध्दो-कान्हो के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या हुई। आदिवासी समाज की होनहार पुलिस बेटी रूपा तिर्की की हत्या हुई। इस हत्या में उनके विधायक प्रतिनिधि का नाम होने के बावजूद वह सरकार के संरक्षण में खुले आम घूम रहे हैं। पूरे आदिवासी समाज की सीबीआई जांच की मांग को अनसुना कर इसके उलट रूपा के पिता को ही आरोपित बना दिया। भाजपा सरकार द्वारा शुरू की गई पाहन, पुजार मानकी, मुंडा आदिवासी समाज के अगुवा के मिलने वाले मानदेय राशि को भी हेमन्त सरकार ने बंद कर दिया। सरना स्थल, जाहेर थान का पिछले सरकार ने सौंदर्य का कार्य शुरू करवाया था जिसे इस सरकार से बंद कर दिया। इन सब बातों को लेकर आदिवासी समाज मे राज्य सरकार के खिलाफ जबरजस्त रोष है, इसलिए झामुमो-कांग्रेस के जनजाति नेता-कार्यकर्ता लगतार पार्टी छोड भाजपा में शामिल हो रहे है।
झामुमो- कांग्रेस के सैकड़ो जनजाति कार्यकर्ता हुए भाजपा में शामिल
आज झामुमो- कांग्रेस के सैकड़ो जनजाति कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए। मौके पर भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा राष्ट्रीय अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद समीर उराँव ने मिलन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि देश आज यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जनजाति समाज को साथ मे लेकर सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूल मंत्र के साथ तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। भारत का सांस्कृतिक गौरव पुनः स्थापित हो रहा। जनजाति के सांस्कृतिक धरोहर को पुनर्जीवित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में 8-8 जनजाति समाज के सांसद को केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री बनाकर जनजाति समाज को सम्मान देने का काम किया है, इसके लिए जनजाति समाज मोदी जी के प्रति आभार प्रकट करती है।
पार्टी के नीति-सिद्धांतों से कार्यकर्ता जनजाति समाज को कराएं रूबरू
मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उराँव ने कहा कि जनजाति मोर्चा के कार्यकर्ता पार्टी के नीति-सिद्धांतों को जनजाति समाज के बीच जाकर लोगों को पार्टी से जोड़ने का कार्य करे। साथ ही समाज के बीच राज्य सरकार के आदिवासी विरोधी निर्णय को बताने का कार्य करेंगे। इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष गंगोत्री कुजूर, महामंत्री आदित्य साहू, रामकुमार पाहन, अशोक बड़ाईक, बिंदेश्वर उराँव, आनंद मुर्मू, रवि मुंडा, अर्जुन मुंडा, रोशनी खलखो उपस्थित थे। पार्टी में शामिल होने वालों में कांग्रेस एसटी सेल बोकारो के पूर्व अध्यक्ष अशोक सोरेन,हरिदास मुर्मू,हीरालाल मुर्मू,संतोष करमाली,आशीष कुमार, जीतराम हांसदा, झामुमो से पशुपति मांझी, शिवराम मुर्मू,मिहिर मांझी,सोहन मुर्मू, सुनील हेम्ब्रम, लखिन्द्र किस्कु, परमेश्वर मांझी, रामधन टुडू,लालचंद मुर्मू, प्रदीप मुर्मू आदि के नाम हैं।