द फॉलोअप टीम, रांची:
विश्व कुश्ती चैंपियनशिप के लिए चयनित झारखंड की पहलवान चंचला कुमारी आज झारखंड सरकार के खेल विभाग के खेल निदेशालय कार्यालय पहुंची। वहां निदेशक जीशान कमर ने युवा पहलवान चंचला कुमारी से मुलाकात की। उन्होंने चंचला को बुके, टीशर्ट और शॉल देकर सम्मानित किया। निदेशक जीशान कमर ने चंचला कुमारी को कुश्ती चैंपियनशिप में पदक जीतने के लिए शुभकामना और आशीर्वाद भी दिया। कहा कि आपसे पदक की उम्मीद है।
बेहद साधारण परिवार से आती हैं चंचला
गौरतलब है कि झारखंड के ओरमांझी की रहने वाली चंचला कुमारी हंगरी के बुडापेस्ट में 19 से 23 जुलाई के बीच आयोजित विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। बेहद ही साधारण परिवार से आने वाली चंचला की इस कामयाबी पर उनके माता-पिता सहित पूरा राज्य काफी खुश है। बीते दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी चंचला से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री ने चंचला को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया था।
मुख्यमंत्री ने दिया है मदद का आश्वासन
मुख्यमंत्री हेमतं सोरेन ने खेल विभाग की सचिव पूजा सिंघल को निर्देश दिया था कि तैयारी के लिए चंचला को जिस भी चीज की जरूरत हो उसे मुहैया करवाई जाये। मुख्यमंत्री ने कहा था कि चंचला की तैयारी में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने झारखंड कुश्ती संघ के अध्यक्ष भोलानाथ सिंह को भी निर्देश दिया था कि चंचला के प्रशिक्षण की विशेष व्यवस्था की जाये। भोलानाथ सिंह ने भी भरोसा दिया है कि होटवार में चंचला के लिए प्रैक्टिस की विशेष व्यवस्था की जायेगी। जब तक राष्ट्रीय शिविर शुरू नहीं हो जाता, चंचला को होटवार में हर मुमकिन सुविधा दी जायेगी।
द फॉलोअप ने की थी चंचला से बातचीत
द फॉलोअप ने चंचला और उनके माता-पिता से बातचीत की थी। चंचला का कहना था कि माता-पिता और कोच की सहायता और अपनी मेहनत और लगन की बदौलत उन्हें ये कामयाबी मिली। वो चाहती हैं कि विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में अपने देश के लिए पदक लाएं। वहीं चंचला की माता ने बताया था कि गरीबी की वजह से बेहद कम संसाधनों में चंचला का परवरिश हुई। माड़-भात और थोड़ा सा दूध ही चंचला की डाईट हुआ करती थी।