द फॉलोअप टीम, रांची:
मेडिकल ऑक्सीजन को लेकर दाखिल की गई एक याचिका की सुनवाई के दौरान झारखंड हाईकोर्ट ने राज्य की हेमंत सरकार पर तल्ख टिप्पणी की। अदालत ने मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा कि राज्य में लोगों की मौत ऑक्सीजन की कमी की वजह से हो रही है वहीं सूचना मिल रही है कि हजारीबाग में 230 ऑक्सीजन सिलेंडर को किसी ने रातों-रात चुरा लिया। अदालत ने सरकार से जवाब मांगा।
अगली सुनवाई में सरकार देगी जवाब
अदालत की टिप्पणी के बाद राज्य सरकार ने कहा कि अगली सुनवाई तक इस मामले में एफिडेविट दायर कर जवाब दिया जायेगा। अदालत ने सुनवाई के दौरान सरकार से ये भी पूछा कि आखिर रिम्स में मेडिकल उपकरणों की खरीद में इतनी देरी क्यों हो रही है। राज्य सरकार और रिम्स ने जवाब में कहा कि रिम्स में जितने भी उपकरणों की खरीद होनी थी उसकी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है। उपकरण बहुत जल्द रिम्स प्रबंधन को उपलब्ध करवा दिया जायेगा।
राज्य में लगे हैं 4 ऑक्सीजन प्लांट
ऑक्सीजन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में हेमंत सरकार ने कोर्ट को बताया कि अब तक 4 ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है। पूरे प्रदेश में 54 ऑक्सीजन प्लांट लगाने की प्रक्रिया जारी है। वहीं केंद्र सरकार की ओर से एएसजी ने झारखंड हाईकोर्ट को बताया कि राज्य को 79 हजार रेमडेसिवीर दिया गया है। 30 हजार डोज और दिए जाने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है।
वर्चुअल कांफ्रेंस के जरिए हुई सुनवाई
राज्य सरकार का पक्ष रखने के लिए अदालत में पेश महाधिवक्ता राजीव रंजन ने कोरोना से निपटने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों से कोर्ट को अवगत करवाया। रिम्स की तरफ से अधिवक्ता आकाशदीप ने अदालत में पक्ष रखा। मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस डॉ. रविरंजन और जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की बेंच ने की। सुनवाई वर्चुअल कांफ्रेंस के जरिए हुई।