logo

रिम्स प्रबंधन को जेडीए ने चेताया- सुरक्षा दुरुस्त नहीं की, तो इमरजेंसी और कोविड वार्ड भी बंद करेंगे, अब बिना पास नो इंट्री

1952news.jpg
द फॉलोअप टीम, रांची :
राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में अक्सर मरीजों के परिजनों से डॉक्टरों की लड़ाई हो जाती है। सेामवार की रात डॉक्टर्स-मरीज के परिजनों के बीच हुई मारपीट के 24 घंटे बाद ओपीडी खुला। इससे पहले चिकित्सकों की सुरक्षा दुरुस्त करने की मांग को लेकर जेडीए सदस्यों ने मंगलवार को दूसरे हाफ से ओपीडी बंद कर दिया, जो बुधवार की दोपहर 2 बजे तक बंद रहा। रिम्स प्रबंधन और प्रशासन द्वारा उनकी मांगें मानने के बाद दूसरे हाफ से ओपीडी फिर से शुरू की।

परिजनों पर कार्रवाई की मांग
जेडीए के प्रतिनिधि डॉ. अनितेश कुमार गुप्ता ने बताया कि प्रशासन और प्रबंधन ने हमारी मांगें मान तो ली हैं, लेकिन लागू कब से करेंगे, यह अहम है। 72 घंटे के अंदर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ मरीज के परिजनों पर कार्रवाई नहीं की, तो ओपीडी, सेंट्रल इमरजेंसी के साथ कोविड वार्ड भी बंद कर देंगे।

सुरक्षा मिलने पर ही नाइट ड्यूटी 
जेडीए ने प्रबंधन से कहा कि महिला डॉक्टर रात में तभी ड्यूटी करेंगी, जब उनके साथ एक सुरक्षाकर्मी रहेगा। हर वार्ड में 30-40 मरीज रहते हैं। ऐसे में रात के समय उस वार्ड में महिला डॉक्टर अकेली होती है। व्यवस्था की जाए कि एक मरीज के साथ एक ही परिजन रहे। परिजनों को पास देना चाहिए।

पास बनवाने के लिए लगी रही भीड़
इंट्री पास बनवाने के लिए इमरजेंसी काउंटर पर दिनभर मरीजों के परिजनों की भीड़ लगी रही। काउंटर स्टाफ के मुताबिक सुबह 8 बजे से ही परिजनों ने पास के लिए लंबी लाइन लगा दी, जो शाम 5 बजे तक लगी रही।

सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त होगी : डीएसपी
रिम्स पहुंचे सदर डीएसपी प्रभात रंजन ने बताया कि चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए रिम्स प्रबंधन और जेडीए की ओर से की गई मांग के तहत 72 घंटे के अंदर सुरक्षाकर्मियों को मुहैया कराने की कोशिश की जा रही है।