द फॉलोअप टीम, डेस्क:
भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच शोर्ड मारिन का टीम इंडिया के साथ सफर अब समाप्त हो गया। शुक्रवार 6 अगस्त को मारिन ने टोक्यो ओलंपिक में भारत और ग्रेट ब्रिटेन के बीच कांस्य पदक के लिए खेले गए मुकाबले में हार के बाद कहा कि यह उनका भारत के साथ आखिरी टूर्नामेंट था। शोर्ड मारिन के नेतृत्व में भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। उनके कोचिंग निर्देशन में भारतीय महिला हॉकी पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइऩल तक पहुंचने में सफल रही।
भारतीय महिला हॉकी टीम के साथ था अंतिम मैच
ब्रिटेन के खिलाफ हुए कांस्य पदक मुकाबले में भारतीय महिला हॉकी टीम को 4-3 से मिला हार के बाद उन्होंने इस्तीफा देने का एलान किया। शोर्ड ने ऑनलाइऩ प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, अब मेरी कोई योजना नहीं है। यह भारतीय महिला हॉकी टीम के साथ मेरा अंतिम मैच था। अब टीम जानेका शोपमेन के हवाले है। जानेका अब तक टीम के सहायक कोच थे। शोर्ड मारिन के जाने के बाद अब जानेका शोपमेन महिला हॉकी टीम के कोच की भूमिका निभाएंगे।
निजी कारणों को बताया इस्तीफे की वजह
कोविड-19 महामारी के कारण लागू प्रतिबंधों की वजह से वह पिछले 16 महीने से अपने घर नहीं जा पाये है। उनके इस्तीफे के फैसले को इससे जोड़कर देखा जा रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि शोर्ड मारिन और विश्लेषणात्म कोच जानेका शोपमैन दोनों को स्पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की तरफ से कार्यकाल बढ़ाने की बात कही गई थी। लेकिेन हेड कोच ने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया। अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि शोपमैन आऩे वाले समय में भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच हो सकते हैं।
पारिवारिक कारणों से छोड़ा कोच पद
भारतीय खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने की कमी खलेगी, लेकिन मुझे अपने परिवार की बहुत याद आती है। मेरा परिवार नंबर वन है। मैं अपने बेटे, बेटी और पत्नी के साथ रहना चाहता हूं, मैं उनसे साढ़े तीन साल से दूर हूं। इस यात्रा को समाप्त करने का यह एक सुंदर तरीका है। यह पता चला है कि मारिन और टीम के विश्लेषणात्मक कोच जेनका शोपमैन दोनों को भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) द्वारा कार्यकाल विस्तार की पेशकश की गई थी, लेकिन मुख्य कोच ने व्यक्तिगत कारणों से इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।
हमने पदक नहीं जीता पर कुछ बड़ा जीता है
कोच शोर्ड मारिन ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए कहा कि हमने पदक नहीं जीता, लेकिन मुझे लगता है कि हमने कुछ बड़ा जीता है। हमने भारतीयों को फिर से गौरवान्वित किया है और लाखों लड़कियों को प्रेरित किया है कि सपने सच हो सकते हैं, जब तक आप इसके लिए कड़ी मेहनत करते हैं और उस पर विश्वास करते हैं. अपना समर्थन देने के लिए धन्यवाद।
2017 में बने थे भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच
नीदरलैंड के पूर्व हॉकी खिलाड़ी शोर्ड मारिन साल 2017 में भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच बने थे । इसके बाद वो पुरुष टीम के कोच नियुक्त किये गए। 2018 में उन्हें फिर से महिला टीम का कोच बना दिया गया। अब तक का उनका कोचिंग करियर उम्दा रहा है। उनके नेतृत्व में भारतीय महिला टीम ने टोक्यो ओलंपिक में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया। पूरी महामारी के दौरान शोर्ड अपने परिवार से दूर रह कर भारतीय महिला हॉकी टीम को चैंपियन बनाने में लगे रहे। इसके लिए भारत उन्हें हमेशा याद करेगा।