द फॉलोअप टीम, गोड्डाः
गोड्डा के एक बुजुर्ग व्यक्ति की निजी परेशानी का मामाला राष्ट्रपति भवन तक पहुंच गया है। दरअसल एक निजी स्कूल के सचिव अपनी स्कूल की परेशानी को लेकर डिसी भोर सिंह यादव के पास पहुंचे थे। लेकिन डीसी ने उनकी बात नहीं सुनी और उल्टा उन्हें डांट लगा कर वापस भेज दिया और कहा कि आपकी उम्र 82 वर्ष हो गई, क्या ये काम करने की उम्र है। बेकार की शिकायत लेकर यहां ना आएं। बुजुर्ग ने यह बात हल्के में नहीं ली उन्होंने चिट्ठी लिखकर राष्ट्रपति से शिकायत कर दी। इसके बाद राष्ट्रपति सचिवालय ने झारखंड सरकार के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है और मामले को गंभीरता से लेने का निर्देश दिया है।
कई जगह जा चुके हैं शिकायत लेकर
पीड़ित भरत मण्डल ने बताया कि वह अपनी शिकायत को लेकर थाने और एसपी के चक्कर काट चुके थे। पर कहीं उनकी बात नहीं सुनी जा रही थी। उन्होंने बताया कि उनके स्कूल का प्रिंसिपल 2 सालों से मनमानी कर रहे हैं, पद नहीं छोड़ रहे हैं। कहीं उनकी सम्स्या का समाधान नहीं हुआ तो वह उपायुक्त के पास पहुंचे थे लेकिन उपायुक्त ने उन्हें फटकार लगा कर भेज दिया था। पीड़ित भरत मण्डल ने बताया कि भरी जनता दरबार में उपायुक्त का ये व्यवहार उन्हें आहत कर गया।
राष्ट्रपति सचिवालय से आई चिट्ठी
भरत मण्डल ने बताया कि उन्होंने उपायुक्त के खिलाफ चिट्टी राष्ट्रपति को लिख दी। पहले तो उन्होंने RTI कर जानने की कोशिश कि क्या कोई 80 वर्ष का बुजुर्ग अगर मानसिक और शारीरिक रूप से पुष्ट है तो वह कोई निजी स्कूल चला सकता है या नहीं, लेकिन अब तक उनके RTI का जवाब नहीं दिया गया। उधर, राष्ट्रपति सचिवालय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए झारखण्ड सरकार के मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखकर मामले को गंभीरता से लेने का निर्देश दिया है।