द फॉलोअप टीम, रांची:
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने कहा कि रूपा तिर्की की मौत का सच हेमंत सरकार सामने लाना नहीं चाहती है। उनके परिजनों द्वारा सीबीआई की जांच की मांग को लेकर हाईकोर्ट में मामला दायर किया गया है। सीबीआई जांच से बचने के लिए हेमंत सोरेन सरकार देश के नामी-गिरामी वकीलों की फौज खड़ी कर रही है। रघुवर दास ने कहा कि जानकारी के अनुसार देश के सबसे महंगे वकीलों में से एक जो सत्ताधारी दल से जुड़े हुए भी हैं, उन्हें सीबीआई जांच का विरोध करने के लिए लाने का निर्णय लिया गया है। यह बहुत ही दुखद स्थिति है। उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि आखिर हेमंत सोरेन सरकार इस मामले में सीबीआई जांच से क्यों डर रही है और किसे बचाना चाहती है। यह कैसी आदिवासी हितैषी सरकार है?
सिद्धो-कान्हू जी के वंशज रामेश्वर मुर्मू मामले की भी अबतक सीबीआई जाँच शुरू नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आदिवासियों के नाम पर राजनीति करने वाली हेमंत सोरेन सरकार के के लिए आदिवासी हित का दिखावा केवल वोट पाने का साधन है। चाहे संथाल हूल के महानायक सिद्धो-कान्हू जी के वंशज रामेश्वर मुर्मू जी की हत्या का मामला हो या रूपा तिर्की की संदेहास्पद मौत का मामला। दोनों मामले ने हेमंत सोरेन सरकार के आदिवासी हितैषी होने की पोल खोल कर रख दी है। हेमंत सरकार द्वारा रामेश्वर मुर्मू जी की हत्या की जांच CBI से कराने के लिए अनुशंसा करने का दावा पिछले वर्ष सितंबर में ही किया था। लेकिन जांच का आदेश आज तक फाइल से बाहर नहीं निकल सका है। रघुवर दास ने कहा कि महानायकों के मामले में तो झूठ मत बोलिए मुख्यमंत्री जी।