द फॉलोअप टीम, रांचीः
एचईसी कर्मियों का हड़ताल पांचवे दिन भी जारी है। सात माह से कर्मचारियों का वेतन नही मिला है, वेतन की मांग को लेकर कर्मी तीनों प्लांटो में प्रदर्शन कर रहे हैं। कर्मचारियों ने मेन गेट पर ताला लगा दिया है। कंपनी को हर दिन 50 लाख रूपये का नुकसान हो रहा है, इसके बावजूद भी प्रबंधन की तरफ से कर्मियों से बात करने की कोई पहल नहीं की जा रही है। उल्टा किसी तरह की वार्ता किये बगैर निगम प्रबंधन ने नो वर्क नो पे का फरमान जारी कर दिया था, जिससे कर्मचारियों में और रोष है। कर्मचारियों का कहना है कि जब तक वेतन भुगतान नहीं होगा तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे
केंद्र नही कर रहा मदद
एचईसी ने केंद्र सरकार से 870 करोड रुपये की सहायता को लेकर प्रस्ताव भेजा है, लेकिन अब तक कोई भी बात नहीं बनी है। सांसद संजय सेठ ने भी केंद्र से कई बार आर्थिक पैकेज देने की मांग की है। राज्यसभा सांसद महेश पोद्दार ने भी केंद्र से एचईसी को मदद करने की बात कही है लेकिन कोई बात नही बन रही है। एचईसी प्रबंधन ने 3 दिसंबर को एक अपील पत्र जारी किया, जिसमें कर्मियों से काम पर लौटने को कहा गया है। एचईसी प्रबंधन के अफसरों का कहना है कि उत्पादन ठप होने से एचईसी कंपनी को रोजाना लगभग 50 लाख रुपए का नुकसान हो रहा है। इधर एचईसी प्रबंधन की अपील और नुकसान की बात से कर्मी भड़क गए है। प्रबंधन ने अपील पत्र में बताया था कि इस वित्तीय वर्ष 2021-22 में हमारा उत्पादन अत्यंत ही कम है। कंपनी का नुकसान बढ़ता ही जा रहा है। ऐसी परिस्थिति में उत्पादन बंद करके हम सभी अपनी कंपनी को और क्षति पहुंचा रहे हैं। जो कि किसी हालत में उचित नहीं है।
कब होगा वेतन का भुगतान
कर्मचारियों का कहना है कि अगर कंपनी में रोजाना 50 लाख का उत्पादन होता है, तो कंपनी हर माह 15 करोड़ का उत्पादन करती है। जब कंपनी में 15 करोड़ का हर माह उत्पादन हो रहा है, तो कंपनी की आर्थिक स्थिति क्यों खराब है। वेतन के लिए प्रबंधन के पास पैसा नहीं है। जिन अफसरों ने अपील पत्र जारी किया है, वे ही बताएं कि वेतन कब तक मिलेगा।