द फॉलोअप टीम, रांची:
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की पत्नी अनामिका गौतम के खिलाफ जमीन मामले में देवघर में मामला दर्ज किया गया था। लेकिन मामले को लेकर अनामिका हाइकोर्ट पहुंच गई थी। अदालत ने पीड़क कार्रवाई पर रोक लगा दी थी। सरकार ने कोर्ट से रोक हटाने का आग्रह किया है। अब तय है कि अनामिका के खिलाफ कार्रवाई होगी। सरकार ने जमीन रजिस्ट्री को फिलहाल निरस्त कर दिया है।
क्या था मामला
विष्णुकांत झा और किरण सिंह ने देवघर में जमीन खरीद के मामले में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज करवाई है। जिसमें अनामिका के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं। जिसमें कहा गया है कि जिस जमीन का सरकारी मूल्य लगभग 20 करोड़ रुपये है, उस भूमि को सिर्फ 3 करोड़ रुपये में रजिस्टर करवा लिया गया और इस राशि का नगद भुगतान किया गया जो नियम के खिलाफ है। टाउन थाना देवघर ने आईपीसी की धारा 420 , 406 , 467 , 468 471 और 120 (B) तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
27 जनवरी को सुनाया जाएगा फैसला
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की पत्नी के खिलाफ पीड़क कार्रवाई पर जब रोक लग गई, तो इसे हटवाने के लिए राज्य सरकार ने कोर्ट से अपील की। राज्य सरकार ने झारखंड हाइकोर्ट में हस्तक्षेप याचिका दायर कर आदेश को खत्म करने की गुहार लगायी है। मंगलवार को जस्टिस आनंद सेन की अदालत में अनामिका गौतम की क्वॉशिंग याचिका पर सुनवाई हुई। अंतिम सुनवाई 27 जनवरी को होगी। फैसला तब ही आएगा। सरकार की ओर से अदालत में वरिष्ठ अधिवक्ता दुष्यंत दवे ने पक्ष रखा और अनामिका गौतम की तरफ से झारखंड के पूर्व महाधिवक्ता और वरिष्ठ अधिवक्ता आर एस मजूमदार और दिवाकर उपाध्याय ने पक्ष रखा है।