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बिहार के दागी नेताओं को मिल रही लाखों की पेंशन, ह*त्या और रे*प जैसे केस में हुई है जेल

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द फॉलोअप टीम, पटना:

बिहार के जेलों में सजा काट रहे कई नेताओं को बिहार सरकार हर साल लाखों की पेंशन देती है। करीब 6 ऐसे नेता हैं जो किसी न किसी वजह से दागी रहे हैं और जेलों में सजा काट रहे हैं। किसी पर भ्रष्टाचार का आरोप है तो किसी पर रेप का। एक दो ऐसे हैं जो जमानत पर जेल से बाहर हैं। इन नेताओं पर सरकार हर साल करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। उनमे से कुछ हैं लालू प्रसाद, पूर्व सांसद जगदीश शर्मा, पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह, आनंद मोहन, विजय कृष्ण और राजवल्लभ यादव। कुल मिलाकर हर महीने 54.72 लाख रुपए का भुगतान पेंशन के तौर पर सरकार कर रही है। 

किसको कितना पेंशन 


प्रभुनाथ सिंह को मिलते हैं 62 हजार 
राजद नेता प्रभुनाथ सिंह को हर महीने 62 हजार मिलते हैं।  वह हत्या के एक मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। वो विधायक और सांसद रह चुके हैं। सजा मिलने के बाद प्रभुनाथ चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित हो चुके हैं। उनके खिलाफ 40 मामले दर्ज हैं।  फ़िलहाल वह 1995 के अशोक सिंह हत्याकांड की सजा काट रहे हैं। 

बंद राजवल्लभ प्रसाद को मिलते हैं 71 हजार रुपए
दिसंबर 2018 से जेल में बंद राजवल्लभ प्रसाद को हर महीने 71 हजार पेंशन मिलते हैं। राजवल्लभ को पद पर रहते हुए उम्रकैद की सजा मिली थी। 2016 में नाबालिग से रेप के मामले में जेल में बंद हैं। 2005 से ही राजवल्लभ की दबंगई के किस्से बेहद मशहूर हैं। 

लालू प्रसाद यादव को 89 हजार रुपए पेंशन
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव फिलहाल जमानत पर हैं। उन्हें हर महीने 89 हजार रुपए की पेंशन मिलती है। इसके अलावा उन्हें लोकसभा से भी पेंशन मिलती है। बता दें लालू पर 950 करोड के चारा घोटाले का मामला 1996 में सामने आया था।  चारा घोटाले के 6 अलग-अलग मामलों में से 4 में लालू प्रसाद को 13.5 साल की सजा सुनाई जा चुकी है। कुछ सजा तो उन्होंने बाकायादा जेल में रह कर काट ली है लेकिन फिर उनकी तबियत बेहद ख़राब हो गयी तो उनको जमानत मिल गयी है। 

आनंद मोहन को मिल रहे 47 हजार रुपए 
दागी नेताओं में एक नाम पूर्व सांसद आनंद मोहन का भी है। वह डीएम जी. कृष्णैया की हत्या के मामले में जेल में बंद हैं। उन्हें हाईकोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। फ़िलहाल उन्हें बिहार विधानसभा से 47 हजार रुपए पेंशन मिल रही है। ये पेंशन उनको पिछले 14 सालों से मिल रहा है। 

विजय कृष्ण की पेंशन 62 हजार रुपए
ट्रांसपोर्टर सत्येन्द्र सिंह की हत्या के मामले में विजय कृष्ण उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। सत्येंद्र सिंह की हत्या मई 2009 में हुई थी। सत्येन्द्र सिंह के शव को बक्से में बंद कर गंगा में फेंक दिया गया था। हत्या के 20 दिनों के बाद शव गंगा घाट से मिला था। पूर्व सांसद विजय कृष्ण 8 साल से जेल में बंद हैं उन्हें 62 हजार रुपए की पेंशन मिल रही है।

जगदीश शर्मा को मिलते हैं 1.25 लाख
पूर्व सांसद जगदीश शर्मा भी चारा घोटाले मामले में दोषी पाए गए थे। उन्हें 5 साल की सजा सुनाई थी। 2019 में उन्हें बेल मिल गई थी। बिहार विधानसभा के रिकॉर्ड के अनुसार जगदीश शर्मा को 1.25 लाख रुपए हर महीने मिल रहे हैं। 

RTI के जरिए सामने रिपोर्ट 
यह पेंशन की जानकारी RTI के जरिए सामने आई है। RTI एक्टिविस्ट शिव प्रकाश ने कहा है कि ये मामला भले ही नियमों के खिलाफ न हो, लेकिन आम आदमी के पैसे की बर्बादी है। उन्होंने कहा जब नौकरी करने वालों को भ्रष्टाचार के मामलों में सजा पाने पर साड़ी सुविधओं से वंचित हो जाते हैं। तो फिर जनप्रतिनिधियों के साथ ऐसा क्यों नहीं है।