द फॉलोअप टीम, गोड्डाः
गोड्डा कॉलेज की प्रोफेसर रजनी मुर्मू इन दिनों अपने फेसबुक पोस्ट के कारण चर्चा में है। रजनी मुर्मू ने कुछ दिनों पहले सोहराय के नाम पर हो रही अश्लीलता के बारे में एक फेसबुक पोस्ट लिखा था। उन्होने लिखा था- ‘सोहराय इन दिनों अश्लील होता जा रहा हैं। जब से संथाल शहरों में बसने लगे तो यहां भी लोगों ने एक दिवसीय सोहराय मनाना आरंभ किया। खासकर के सोहराय मनाने की जिम्मेदारी सरकारी कॉलेज में पढने वाले छात्रों ने उठाई।
रजनी मुर्मू ने लिखा है कि मैंने दो बार एसपी कॉलेज दुमका का सोहराय अटेंड किया है। जहां मैं देख रही थी कि लड़के शालीनता से नृत्य करने के बजाय लड़कियों के सामने बदतमीजी से ‘सोगोय’ करते हैं। सोगोय करते-करते लड़कियों के इतने करीब आ जाते हैं कि लड़कियों के लिए नाचना बहुत मुश्किल हो जाता है। सुनने को तो ये भी आता है कि अंधेरा हो जाने के बाद सीनियर लड़के कॉलेज में नयी आई लड़कियों को झाड़ियों की तरफ जबरदस्ती खींच कर ले जाते हैं और आयोजक मंडल इन सब बातों को नजरअंदाज कर चलते हैं’।
विद्यार्थियों ने प्रोफेसर का विरोध किया
प्रोफेसर रजनी मुर्मू के पोस्ट का आदिवासी समाज के विद्यार्थियों ने विरोध किया है। दुमका के कुछ स्टूडेंट ने दुमका नगर थाने में आवेदन भी दिया है। छात्र इन्हें बिठलहा करने और मारने की धमकी देने लगे है। धमकी मिलने के बाद प्रोफेसर ने नगर थाना में FIR दर्ज कराया है। रजनी मुर्मू ने कहा कि मैंने देखा है कि झारखंड में आदिवासी महिलाओं की स्थिति दयनीय है। इसलिए मैंने महिलाओं के लिए आवाज उठाई है।
बिठलहा क्या होता है
आदिवासी समुदाय का वो सजा जिसमें किसी को भी समाज से दूर रहने की सजा सुनाई जाती है उसे बिठलाहा घोषित किया जाता हैं। संथाल समाज उस व्यक्ति को अपनी जाति बिरादरी से बाहर कर देती है। उसे समाज के किसी धार्मिक समारोह, पर्व या आयोजन में शामिल नहीं होने दिया जाता है गोड्डा नगर थाना प्रभारी मुकेश पांडेय ने बताया कि प्रोफेसर रजनी मुर्मू द्वारा आवेदन प्राप्त हुआ है। उन्होने एक नंबर भी साझा किया गया है, जिससे उनको धमकी दी जा रही थी। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।