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सीएस पर कार्रवाई कर आईवास कर रही सरकार, कोरोना मरीज सुसाइड मामले में पूर्व विधायक का गंभीर आरोप

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द फॉलोअप टीम, गढ़वा: 

गढ़वा के सदर अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती एक संक्रमित युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने आरोप लगाया है कि मामले में सिविल सर्जन को हटाकर सरकार आईवास कर रही है। उन्होंने मांग की है कि राज्य सरकार दोषी सिविल सर्जन सहित तमाम जवाबदेह कर्मियों पर केस दर्ज करके उन्हें सेवा से बर्खास्त करें। 

पूर्व विधायक ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग 
गढ़वा में कोविड संक्रमित मरीज द्वारा आत्महत्या मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग पूर्व विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने की है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही सही स्थिति स्पष्ट होगी। सत्येंद्रनाथ तिवारी ने कहा कि केवल सिविल सर्जन को प्रभार मुक्त कर सरकार मामले में शिथिलता बरत रही है। उन्होंने राज्य सरकार से कहा कि मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए। तब न्याय मिलेगा। 

परिजनों के लिए मुआवजा की मांग भी की
पूर्व विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने कहा कि यदि सदर अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती मरीज का समय रहते बेहतर इलाज किया जाता। उसे ऑक्सीजन लगाया जाता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि लचर स्वास्थ्य व्यवस्था की वजह से होनहार व्यक्ति की मौत हो गई। उन्होंने राज्य सरकार से सीएस सहित सभी दोषी कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की।