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प्रेम प्रसंग में 5 दलितों की हत्‍या का आरोपी निकला हिन्दू संगठन से जुड़ा एक नेता, 47 दिनों बाद खेत से निकाले गए शव

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द फॉलोअप टीम, भोपाल:
मध्यप्रदेश के देवास जिले के नेमावर में 5 लोगों की हत्‍या का खुलासा 47दिनों बाद हो गया है। इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी  सुरेंद्र केसरिया हिन्दू संगठन का पदाधिकारी है। मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ है। पहले बताते है हुआ क्या था दरअसल नेमावर में एक दलित परिवार के पांच सदस्य 13 मई से लापता थे। मृतकों में पांच लोग हैं उनमे से एक है  ममताबाई कास्ते। ममताबाई की बड़ी बेटी  भारती कास्ते 17 मई को पीथमपुर से भाई के साथ गांव लौटी तो देखा कि घर में कोई नहीं है।  



दर्ज कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट 
भारती ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने जांच शुरू की तो देखा आरोपी सुरेंद्र पुलिस को गुमराह करने के लिए रूपाली (मृतक) के मोबाइल से उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर कुछ कुछ स्टेटस अपडेट करता रहा। जिससे पुलिस और भारती कास्ते को यही लगे परिवार सकुशल है। लेकिन बार-बार एक ही फोटो स्टेटस पर लगाने से पुलिस को शक हुआ और पूरे मामले का मंगलवार को खुलासा हो गया।

47 दिन से लापता थे 
सुरेंद्र और उसके साथियों ने इस दलित परिवार को के पांच लोगों की हत्‍या करके सबके शव को दस फीट गहरे गड्‌ढे में दफना दिए थे । शवों पर खाद और नमक डाला था ताकि जल्दी गल जाएं।  शव कंकाल में बदल गए। पांचों 47 दिन से लापता थे। मामले में पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया और कंकाल फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं। पुलिस का कहना है कि इस हत्याकांड के पीछे प्रेम प्रसंग का मामला है।  खेत में काम करने वाले एक मजदूर ने यह खुलासा किया था।



मजदूर ने किया खुलासा 
जांच के दौरान पुलिस गांव के नाइ गिरामी व्यक्ति हुकुमसिंह चौहान तक भी पहुंची। हुकुमसिंह के खेत में हाली का काम करने वाले एक मजदूर से पूछताछ की तो उसने खेत में दफन शवों के बारे में बताया। मजदूर की निशानदेही पर पुलिस ने हुकुमसिंह के 25 साल के पोते सुरेंद्र सिंह और उसके छोटे भाई भुरू को हिरासत में लिया। पुलिस की सख्ती से पूछताछ शुरू की तो दोनों ने गुनाह कबूल किया। हुकुमसिंह के खेत से ममताबाई कास्ते (45), रूपाली कास्ते (21), दिव्या कास्ते (14), पूजा (15) और पवन (14) के शव बरामद किए हैं। 13 मई को ही पांचों की हत्या हुई थी। इस हत्याकांड में पुलिस ने सुरेंद्र राजपूत, उसके छोटे भाई वीरेंद्र राजपूत, विवेक तिवारी, राजकुमार, मनोज काेरकू, करण कोरकू और राकेश निमौर को गिरफ्तार किया है।

रुपाली और सुरेंद्र का था प्रेम प्रसंग 
SP डॉ. शिवदयाल सिंह ने बताया कि सुरेंद्र और रूपाली का प्रेम प्रसंग था। सुरेंद्र की शादी कहीं और तय हो गई, लेकिन रूपाली इसमें विघ्न दाल रही थी। दोनों में विवाद हुआ था। रूपाली को रास्ते से हटाने के लिए पूरा प्लान बनाया गया।  सुरेंद्र और उसके साथियों ने  रस्सी से सभी का गला दबाया और फिर रॉड से सिर पर मारकर सबको मौत की नींद सुला दी। सुरेंद्र के खेत में ट्रांसफाॅर्मर लगाने के लिए गड्‌ढा खोदा गया था उसी गड्ढे में सुरेंद्र ने शव दफना दिया।