द फॉलोअप टीम, मुंबई:
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत मुश्किलों में फंसती नजर आ रही हैं। विवाद कंगना रनौत का पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक कंगना रनौत के खिलाफ मुंबई में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है। कंगना रनौत पर किसान आंदोलन को खालिस्तानी मूवमेंट बताने और आंदोलन कर रहे किसानों को खालिस्तानी कहने का आरोप है।
सोशल मीडिया पर की थी अनर्गल बातें
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कंगना रनौत पर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया में किसान आंदोलन और किसानों के बारे में अनर्गल बातें की। कृषि कानूनों के खिलाफ उनके आंदोलन को खालिस्तानी मूवमेंट से जोड़ा। किसानों को खालिस्तानी कहा। गौरतलब है कि किसान बीते 1 साल से कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं। वे लगातार कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं, हालांकि पीएम ने कानूनों को वापस लिए जाने का ऐलान कर दिया है। इस बीच किसान एमएसपी की लिखित गारंटी की मांग कर रहे हैं।
किसान आंदोलन को बदनाम करने का आरोप
अभिनेत्री कंगना रनौत लगातार किसान आंदोलन पर हमला बोलती रही हैं। उन्होंने कुछ माह पहले अपने ट्विटर अकाउंट पर भी किसान आंदोलन को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। उनका कहना था कि बॉर्डर पर बैठे लोगों का खेती-किसानी से कोई लेना देना नहीं है। वे केवल खालिस्तानी एजेंडे को बढ़ाने के लिए बैठे हैं। कंगना रनौत और विवादों का पुराना नाता है। कंगना रनौत अक्सर कुछ ना कुछ ऐसा कह देती हैं कि विवाद हो जाता है।
बयानों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं कंगना रनौत
हाल ही में फिल्म पंगा और मणिकर्णिका के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हुई कंगना रनौत ने ये कहकर विवाद खड़ा कर दिया था कि 1947 में मिली आजादी, आजादी नहीं बल्कि भीख थी। उन्होंने कहा कि असली आजादी देश को 2014 में मिली। यही नहीं, कंगना रनौत ने महात्मा गांधी को भी लपेट लिया। उन्होंने कहा था कि एक गाल पर थप्पड़ पड़ जाने के बाद दूसरा गाल आगे करना भीख ही होता है। कंगना के बयान पर कई हस्तियों ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि हाल ही में उनको दिया गया पद्मश्री सम्मान वापस लिया जाना चाहिए।