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झारखंड में सौर उर्जा से होगी खेती-किसानी, युद्धस्तर पर तैयारी में जुटा विभाग

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द फॉलोअप टीम, रांचीः
अनवीकरणीय संसाधन सीमित मात्रा में हैं, इसलिए कई साल पहले से ही सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन की तरकीब की खोज कर ली गयी थी। यह काफी हद तक कारगार भी साबित हुई। आज कई ऐसे राज्य हैं जहां सौर ऊर्जा से निर्बाध बिजली सप्लाई की जा रही है। झारखंड में तो अब कृषि बहुल इलाकों में सौर उर्जा निर्मित बिजली दी जायेगी। उर्जा विभाग इसकी तैयारी कर रहा है।

ऊर्जा विभाग सोलर पॉलिसी बना रहा है। पॉलिसी बनने के बाद राज्य सरकार कृषि बहुल इलाकों में सौर उर्जा युक्त बिजली उत्पादन करेगी। इसके लिये कृषि फीडरों को सौर उर्जा युक्त किया जायेगा। जिससे किसानों को आंधी, पानी या तकनीकि खराबी के बाद भी निर्बाध बिजली मिलती रहे।

उर्जा विभाग और कृषि विभाग की आपसी बैठक 
झारखंड बिजली वितरण निगम की ओर से पिछले कुछ महीनों से इस पर काम किया जा रहा था। निगम उर्जा विभाग और कृषि विभाग के साथ मिलकर काम कर रही है। कुछ महीनों पहले उर्जा विभाग और कृषि विभाग की मामले में बैठक हुई थी। जानकारी के मुताबिक सोलर पॉलिसी बनते ही 192 फीडरों को सौर उर्जा युक्त किया जायेगा। साल 2015 से राज्य में कृषि फीडर बनाये जा रहे हैं। फिलहाल 164 कृषि फीडर बन कर तैयार है। 

किसानों को निर्बाध बिजली मिले 
निगम की मानें तो 2080 गांवों से कृषि फीडर लाइन गुजरी है। ऐसे में सोलर पॉलिसी बनने से इन गांवों में निर्बाध बिजली मिलेगी। इसके लिये 8462 ट्रांसफार्मर लगाये गये हैं। जेबीवीएनएल के ईडी केके वर्मा ने कहा कि फीडरों को सौर उर्जा युक्त करने के लिये सोलर पॉलिसी बनायी जा रही है। निगम का लक्ष्य है कि किसानों को निर्बाध बिजली मिलती रहे।