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क्या 6 महीने में खत्म हो जाएगी कोरोना महामारी, सुनिए! क्या कहते हैं वैज्ञानिक

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द फॉलोअप टीम, डेस्क: 

कोरोना महामारी से पूरी तरह निजात कब मिलेगी। दुनिया में हर इंसान की जुबां पर ये सवाल है। जो लोग सोच रहे थे कि आने वाले छह से आठ महीने में कोरोना वायरस संक्रमण और महामारी से निजात मिलेगी, उनके लिए अच्छी खबर नहीं है। ताजा मिली जानकारी के मुताबिक वैज्ञानिको ने कहा कि इंसानों ने महामारी में जितना भुगता है, उससे ज्यादा के लिए कमर कस ले। महामारी विशेषज्ञों ने कहा कि महामारी का अंत तभी संभव है जब या तो सभी लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो जाये या फिर दुनिया के 90 फीसदी से ज्यादा लोग वायरस से संक्रमित हो जायें। 

महामारी विशेषज्ञों की कोरोना पर चेतावनी
महामारी विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है। कहा है कि निकट भविष्य में कोरोना से आजादी संभव नहीं। वैज्ञानिकों ने कहा कि महामारी की वजह से एक बार फिर से तमाम शिक्षण संस्थान बंद होंगे। क्लास स्थगित होंगी। नर्सिंग स्टाफ को कोरोना संक्रमण का डर बना रहेगा। जो लोग टीके का दोनों डोज ले चुके हैं उनको भी संक्रमण हो सकता है। कर्मचारी दफ्तर में लौटने से डरेंगे। अस्पतालों में फिर से भारी भीड़ देखी जाएगी क्योंकि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस साल की सर्दियों में कोरोना वायरस फिर से दस्तक देगा, हालांकि ज्यादा घातक नहीं होगा। 

हर्ड इम्युनिटी से ही महामारी की रोकथाम संभव
महामारी विशेषज्ञों ने कहा है कि संक्रमण और नए वैरिएंट का मामला तब तक जिंदा रहेगा जब तक पूरे विश्व का प्रत्येक नागरिक का टीकाकरण नहीं हो जाता या फिर सभी का वायरस से संपर्क नहीं हो जाता। महामारी विशेषज्ञों का मानना है कि पूर्ण टीकाकरण के बाद ही हर्ड इम्युनिटी बनेगी और तभी कोरोना का खात्मा किया जाये सकेगा। गौरतलब है कि एक निजी समाचार चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक मिनेपोलिस में मिनेओस्टा यूनिवर्सिटी के इन्फेक्शियस डीजीज रिसर्च एंड पॉलिसी सेंटर के निदेशक और अमेरिकी राष्ट्रपति डो बाइडेन के सलाहकार माइकल ओस्टहोम ने कहा कि दुनियाभर में संक्रमण में उछाल दिख रहा है। तेजी से कम भी हो रहा है। सर्दियों में भी उछाल आएगा। 

कोरोना गाइडलाइन का पालन करना जरूरी
माइकल ओस्टहोम ने कहा कि कोरोना वायरस का प्रकोप तब तक नहीं थमेगा जब तक दुनिया के तमाम लोगों का वैक्सीनेशन नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि हर्ड इम्युनिटी के बिना सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना संक्रमण की आशंका बनी रहेगी। वैसे लोग जो शारीरिक रूप से कमजोर हैं उनके भी संक्रमित होने की आशंका बनी रहेगी। गर्भवती महिलाओं, नजवात शिशुओं और असाध्य रोग से पीड़ित लोगों में भी संक्रमण की आशंका बनी रहेगी। माइकल ने कहा कि फिलहाल वायरस से बचाव का एकमात्र उपाय यही है कि अपनी बारी आते ही वैक्सीन लगवाएं। हाथ धुलते रहें। भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। मास्क लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करें।