द फॉलोअप टीम, खूंटी:
विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है। झारखंड के इन दोनों गांवों में आयोजित पारंपरिक डाईर जतरा में बिखरी झारखंडी कला, संस्कृति, सभ्यता, आपसी प्रेम भारत की समृद्ध सभ्यता और संस्कृति को दर्शाती है। यहां के पूर्वजों ने जतरा लगाने की जिस परंपरा की शुरूआत की थी, उसे आज के युवा निभा रहे हैं। साथ ही इसे और भी समृद्ध बना रहे हैं। जतरा में एक दूसरे से मिलने-जुलने, दुख-सुख बतियाने का अवसर मिलता है। जिससे सामाजिक समरसता बढ़ती है। इसके साथ ही हिंदु धर्मालंबियों के शुभ कार्य शादी-विवाह आदि की शुरूआत होती है। क्षेत्र के लोग इस मेला जतरा मे योग्य युवक-युवतियो का शादी विवाह की बात भी करते हैं। खूंटी सदर प्रखंड के जियरप्पा और कर्रा प्रखंड के कुदलुम गांव के डाईर जतरा में मुख्य अतिथि के रूप में खूंटी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा पूरी टीम के साथ शामिल हुए थे। मौके पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष कैलाश राम महतो, महामंत्री विनोद नाग, रूपेश जायसवाल, भजयुमो जिलाध्यक्ष राजेश महतो, महामंत्री किशोर बड़ाईक, मदन गोप, कर्रा मंडल अध्यक्ष बालकिशुन महतो, दिलीप सिन्हा, नगेन्दर सिंह, मुखिया सफिरा कुजूर, राहुल सिंह, रोबिन सिंह, दीपक कुमार आदि भी उपस्थित थे।
झारखंडी मिठाइयों और पकवानों की सुगंध से महक उठी खूंटी
अगर आप झारखंडी मिठाईयों और पकवानों के शौकिन हैं तो आप इन दिनों बिना कुछ सोचे समझे खूंटी चले आईये। एक दिन खूंटी में गुजारने के बाद आप ना सिर्फ मिठाईयों और पकवानों का स्वाद उठा पायेंगे बल्कि यहां के जतरा से मिली उर्जा से आप कई महीनो तक उर्जावान महशूस करेंगे। खूंटी जिले में इन दिनों गांव-गांव में डाईर जतरा का आयोजन किया जा रहा है।
गांव की हवा करेगी आपको तरोताजा
इस जतरा में लगभग 50 से ज्यादा गांवों के लोग ने हिस्सा लिया। मेले में रंग-बिरंगी साड़ियां पहनीं युवतियां और महिलाओं ने पारंपरिक गीत-नृत्य के माध्यम से अतिथियों का स्वागत किया। छऊ और पईका नाच का भी मेले में आये लोगों ने आनंद उठाया। वहीं मेलों में रंग-बिरंगी झारखंडी मिठाईयों और पकवानों की दुकानें लगीं। कुल मिलाकर मेलों में झारखंडी परंपरा की झलक साफ नजर आ रही थी। देर शाम हिंदी, नागपुरी, असमियां, खोड़हा गीतों से भरे ऑकेस्ट्रा कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।