द फॉलोअप टीम, चतरा:
झारखंड के डीजीपी एमवी राव ने भाकपा माओवादियों को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि नक्सली विकास कार्यों में बाधा उत्पन्न कर अपनी कब्र खोद रहे हैं। भयादोहन का खेल अब नहीं चलने वाला है। जनता की नजरों में उनकी छवि उजागर हो चुकी है। वे विशुद्ध रूप से अपराधी हैं और उनका एक मात्र उद्देश्य भयादोहन कर रंगदारी वसूलना है। वे शनिवार को उग्रवादी एवं आपराधिक मामलों की समीक्षा के लिए चतरा आए हुए थे।
डीजीपी ने हथियार के सप्लायरों को भी चेताया
पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि शनिवार को छठ घाट पर भाकपा माओवादी उग्रवादियों ने पत्थलगडा थाना क्षेत्र के तबसा गांव निवासी कोयला व्यवसायी मुकेश गिरि की हत्या की घटना के बाद ही यहां उनका आगमन हुआ है। उन्होंने कहा कि सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र में किसी की हत्या कर देना कोई बहादुरी नहीं, बल्कि कायरता है। डीजीपी ने अवैध हथियार के सप्लायरों और उसे रखनेवालों को भी निशाने पर लिया। कहा कि अवैध हथियार सप्लायरों एवं रखनेवालों का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। किसी भी परिस्थिति में उनकी खैर नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि प्रदेश में उग्रवादियों एवं अपराधियों के पास आखिर हथियार कहां से आ रहा है? उनके खिलाफ कार्रवाई निश्चित रूप से होगी। उन्होंने कहा कि माओवादियों के उन्मूलन के लिए झारखंड में एक विशेष अभियान शुरू किया जाएगा। योजनाबद्ध तरीका से इसके लिए कार्ययोजना बनायी जा रही है। डीजीपी ने प्रदेश की जनता से उग्रवाद एवं अपराधमुक्त झारखंड के निर्माण में सहयोग की अपील की है।