द फॉलोअप टीम, रांची:
मकापा के राज्य सचिव प्रकाश विप्लव का कहना है कि किसान आंदोलन से ध्यान हटाने के लिए आरएसएस और भाजपा ने अपने सांप्रदायिक धुव्रीकरण के एजेंडे के तहत पूरे देश मे नफरत का जहर फैलाने की साजिश को और तेज कर दिया है। गुरुग्राम मे अल्पसंख्यकों को नमाज पढ़ने से रोकना, त्रिपुरा और आसाम मे भाजपा सरकार के संरक्षण मे सुनियोजित तरीके से मस्जिदों और अल्पसंख्यकों के रिहायशी इलाकों पर हमले कर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को मौत के घाट उतारे जाने की घृणित घटनाएं हमारे देश के धर्मनिरपेक्ष संविधान और साझी संस्कृति की गौरवशाली परंपरा पर हमला है।
झारखंड मे भी भाजपा के शासनकाल मे 26 मॉब लिचिंग की खौफनाक घटनाओं ने अल्प संख्यक समुदाय को भय के वातावरण मे रहने के मजबूर कर दिया था। लेकिन झारखंड मे सरकार बदलने के बाद भी वातावरण को विषाक्त करने की इन नफरती ताकतों का विभाजन कारी षड्यंत्र जारी है। माकपा का राज्य सचिवमंडल पार्टी की सभी इकाइयों का आह्वान करता है कि 1 दिसंबर को अल्पसंख्यक समुदाय पर बढ रहे हमलों के विरुद्ध लोकल कमिटी स्तर पर एकजुटता कार्यक्रम आयोजित किया जाय।
प्रकाश विप्लव ने कहा कि अभी हाल मे ही राजधानी रांची में एक सड़क का नाम जो काफी समय से एक अल्पसंख्यक समुदाय के प्रतिष्ठित व्यक्ति के नाम से है, उसे इन तत्वों के इशारे पर बदल कर बजरंग नगर कर दिया गया। इसकी अगुवाई रांची नगर निगम के उप महापौर कर रहे थे। जबकि किसी रोड या लेन का नाम नगर निगम मे प्रस्ताव लाकर ही किया जा सकता है। इस प्रकार उप महापौर ने एक गैर कानूनी काम किया है। सांप्रदायिक उन्माद बढ़ाने की अगली कड़ी में फेरी का काम करने वाले कश्मीरी युवकों पर सांप्रदायिक तत्वों ने जानलेवा हमला कर उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया। रांची मे इस प्रकार की घटनायें पिछले दो साल मे पांच बार हो चुकी हैं। हालांकि मुख्यमंत्री ने इस घटना के बाद सभी जिलों के एस. पी. को निर्देश देकर असमाजिक तत्वों पर कार्रवाई करने के लिए कहा है। लेकिन मॉब लिचिंग के पुराने मामले के पीड़ितों को राहत दिए जाने का काम बाकी है।