द फ़ॉलोअप टीम, जमशेदपुर:
झारखंंड का एक लाख का इनामी नक्सली महाराज प्रामाणिक ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है। औपचारिक घोषणा कुछ दिनों में होगी। फिलहाल किसी गुप्त स्थान पर उससे गहन पूछताछ की जा रही है। अगर भाकपा माओवादी दक्षिणी जोनल कमेटी के प्रवक्ता अशोक के प्रेस बयान को माना जाए तो भाकपा माओवादी ने कुछ दिन पहले ही महाराज प्रमाणिक और बैलुन सरदार को निष्कासित कर दिया था। दोनों पर पुलिस के बड़े अधिकारियों से मिल कर षडयंत्र रचने का आरोप लगाया गया था। दोनों पर संगठन के 40 लाख रूपये, एक एके 47, 150 गोलियां,9 MM की एक पिस्टल, मोबाइल , टेबलेट और वाकी-टाकी लेकर भाग जाने का भी इल्जाम है।
जानिये महाराजा प्रमाणिक ने किन बड़ी घटनाओं को दिया अंजाम
-25 मार्च 2019: रांची के बरियातू थाना क्षेत्र में कई जगहों पर माओवादियों के नाम से चिपकाए थे पोस्टर ।
-12 अप्रैल 2019: पश्चिमी सिंहभूम के गोइलकेरा थाना क्षेत्र के कुइडा गांव में आईईडी विस्फोट कर वन विभाग के तीन भवनों को ध्वस्त कर दिया था।
-2 मई 2019: सरायकेला जिला के खरसावां थाना क्षेत्र में देर रात बीजेपी का चुनावी दफ्तर को उड़ाया गया था।
-20 मई 2019: सरायकेला जिला के खरसावां थाना के हुरंगदा जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में तीन जवान घायल हो गए थे।
-14 जून 2019: सरायकेला जिले के तिरुलडीह थाना क्षेत्र के कुकडू हाट बाजार में पांच पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल।
-28 नवंबर 2019: सरायकेला के कुचाई में पुलिस से मुठभेड़ में एक ग्रामीण को गोली लगी थी।
-23 मई 2020: महाराजा प्रमाणिक के दस्ते के द्वारा सराइकेला के रायजामा गांव के मंगल सिंह सरदार और उसकी पत्नी की हत्या कर दी गयी थी।
-7 फरवरी 2021: चाईबासा , सरायकेला खरसावां और खूंटी जिले की सीमा पर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. इसमें एक जवान को गोली लगी।
-4 मार्च 2021: चाईबासा जिले के लांजी में नक्सली हमले में तीन जवान शहीद हो गए थे।