द फॉलोअप टीम, साहिबगंज:
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ग्रामीण इलाकों में कोरोना का प्रसार रोकने के लिए आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका और सखी मंडल की दीदियों को डोर-टू-डोर कैंपेन चलाने का निर्देश दिया था। राज्य के पारा शिक्षकों को भी इस काम में लगाया गया है। इसी कड़ी में साहिबगंज जिला अंतर्गत बोरियो प्रखंड के अलग-अलग गांवों में डोर-टू-डोर कैंपेन चलाया गया।
बोरियो प्रखंड के इन पंचायतों में जारी अभियान
बोरियो प्रखंड के खैरवा, बोरियो बाजार, बोरियो संताली, बीचपुरा, मोतीपहाड़ी, तेलो, बांझी और अप्रोल में चार सदस्यीय टीम बनाकर डोर-टू-डोर कैंपेन चलाया गया। इन टीमों ने अलग-अलग गावों में घूमकर प्रत्येक परिवार में संदिग्ध लक्षण वाले लोगों का तापमान और ऑक्सीजन लेवल जांचा। जिन ग्रामीणों में कोरोना जैसे लक्षण मिले उनका रिकॉर्ड पंचायत स्तरीय दल को सौंप दिया गया। जो लोग संदिग्ध पाये गए हैं उनकी कोरोना जांच की जायेगी। यदि वे पॉजिटिव पाए जाते हैं तो उनको आइसोलेशन सेंटर या
फिर अस्पताल में भर्ती कर उनका इलाज कराया जायेगा।
वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक कर रही है टीम
बोरियो प्रखंड के अलग-अलग पंचायतों के गावों में डोर-टू-डोर कैंपेन चला रही है विभिन्न चार सदस्यीय टीमों ने ग्रामीणों को कोरोना महामारी, इसके बचाव, रोकथाम और वैक्सीनेशन के प्रति जागरूक किया। टीम लोगों को समझा रही है कि कोरोना का वैक्सीन ही महामारी के रोकथाम की दिशा में कारगर उपाय है। बता दें कि 25 मई से 5 जून तक ये अभियान चलाया जायेगा।
झारखंड में अनलॉक को लेकर भी मंथन शुरू
गौरतलब है कि झारखंड में कोरोना महामारी की दूसरी लहर जारी है। हालांकि, इस बीच संक्रमण की रफ्तार में कमी आई है। संक्रमण दर में कमी आने के साथ ही रिकवरी रेट में भी इजाफा देखा गया है। बीते पांच दिनों में राज्य में पांच सौ से आठ सौ के बीच ही संक्रमित मरीज मिले हैं। घटते कोरोना मरीजों के बीच प्रदेश में अनलॉक को लेकर मंथन शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज के माध्यम से आम लोगों से अनलॉक को लेकर सुझाव मांगा है। राज्य में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत लगाए गए लॉकडाउन की अवधि 3 जून को खत्म हो रही है।