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भाषा पर सीएम के बयान पर कांग्रेस का पलटवार, राजेश ठाकुर बोले- झारखंडी भाषा है भोजपुरी-मगही

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द फॉलोअप टीम, धनबाद: 

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा भोजपुरी भाषा पर की गई टिप्पणी पर अब झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार की 2 मुख्य पार्टियां कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा आमने-सामने आ गई है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने इस सिलसिले में बड़ा बयान दिया है। अध्यक्ष पद संभालने के बाद पहली बार धनबाद पहुंचे राजेश ठाकुर ने कहा कि मगही और भोजपुरी भाषाओं को बतौर झारखंडी भाषा शामिल करना चाहिए। राजेश ठाकुर ने कहा कि हम अपनी बात कह रहे हैं। 

नियोजन नीति का हिस्सा बने मगही-भोजपुरी! 
राजेश ठाकुर ने धनबाद में कहा कि भोजपुरी औऱ मगही भाषा को झारखंडी भाषा के रूप में स्वीकर करते हुए नियोजन में शामिल करना चाहिए। राजेश ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी बात कही है और हम अपनी कह रहे हैं। हमारी गठबंधन की सरकार है। कहीं ना कहीं जाकर किसी बिंदु पर हम मिलेंगे जरूर। गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले 27 फीसदी ओबीसी आऱक्षण की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में कांग्रेसी नेता बन्ना गुप्ता और दीपिका पांडेय सिंह ने मुख्यमंत्री के बयान का बचाव करते हुए कहा था कि सीएम झारखंड आंदोलन के संदर्भ में बात कर रहे थे ना कि वर्तमान संदर्भ में। 

भाषा पर उठा सियासी तूफान अभी नहीं थमा
बता दें कि झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा भोजपुरी भाषा को लेकर दिए गए बयान पर उठा सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक अखबार को दिए साक्षात्कार में भोजपुरी और मगही भाषा को लेकर कुछ ऐसा कह दिया था कि विवाद हो गया। मुख्यमंत्री ने कहा था कि भोजपुरी और मगही बोलने वाले लोग डोमिनेटिंग प्रकृति के होते हैं। मुख्यमंत्री के इस बयान से प्रदेश में सियासी घमासान खड़ा हो गया। 

राजेश ठाकुर ने केंद्र पर भी बोला हमला
सनद रहे की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की गद्दी संभालने के बाद राजेश ठाकुर पहली बार धनबाद पहुंचे थे। उनके ताजपोशी के लिए पॉलिटेक्निक रोड स्थित बैलेंसिंग हॉल में कांग्रेसी कार्यकर्तों द्वारा स्वागत समारोह का भव्य आयोजन भी रखा गया था, जहां समारोह में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता संग कृषि मंत्री बदल पत्रलेख भी मौजूद रहे। समारोह के बाद मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर जातिगत जनगणना और आरक्षण जैसे विभिन्न मसलों पर केंद्र सरकार पर भी निशाना साधने से नहीं चूके।


 
नीतीश कुमार ने भी साधा था हेमंत पर निशाना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हेमंत सोरेन के भोजपुरी और मगही सम्बंधित बयान पर मीडिया से बातचीत में हाल ही में कहा था कि जिन लोगों को इसका एहसास नहीं कि बिहार एक था, बिहार तो 2000 में दो हिस्सों में बंटा। बिहार के लोगों का झारखंड के प्रति पूरा का पूरा प्रेम है और झारखंड के लोगों का भी बिहार के प्रति प्रेम है। पता नहीं राजनीतिक रूप से लोग क्या बोलते हैं, ये बात समझ में नहीं आती।