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सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारियों का महंगाई भत्ता नहीं बढ़ने पर कांग्रेस ने जताई नाराजगी

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द फॉलोअप टीम, रांची:

झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और डॉ0 राजेश गुप्ता छोटू ने केंद्र सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों और पेंशनधारियों का महंगाई भत्ता अब तक नहीं बढ़ाये जाने पर नाराजगी जतायी है। आलोक कुमार दूबे ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से देश की आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब हो गयी है, इसका असर अब सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाले वेतन और महंगाई भत्ता पर भी दिखने लगा है। 

कर्मचारियों को लूटना अपराध 
एक ओर केंद्र सरकार पिछले साल से ही महामारी और लॉकडाउन का हवाला देते हुए कर्मचारियों के महंगाई भत्ते पर रोक लगायी हुई है, वहीं दूसरी ओर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी से आम जनता के साथ ही सभी सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के घर का बजट भी बिगड़ गया है। इसे देखते हुए राहुल गांधी ने भी कोविड महामारी में देश सेवा में जुटे 113 लाख कर्मचारियों का साहस बढ़ाने की बजाय केंद्र सरकार द्वारा उनकी मेहनत की कमाई छीनने पर चिंता जतायी है। सैनिकों, सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स से 37 हजार 500 करोड़ की लूट करना अपराध है। 

18 महीने से महंगाई भत्ते पर रोक
इस मामले प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि केंद्र सरकार ने 18 महीने से सरकारी कर्मचारियों के 75 हजार करोड़ रुपये के महंगाई भत्ते पर रोक लगा रखा है, जबकि कोरोना काल में सरकारी कर्मचारियों ने एक-एक दिन का वेतन दिया, इससे सरकार को 75 हजार करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई है। वहीँ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा महंगाई भत्ता नहीं बढ़ाये जाने से सरकारी कर्मचारियों के उत्साह और मनोबल पर भी प्रतिकुल असर पड़ा है और अब इसका असर कामकाज पर भी दिखना शुरू हो गया है।