द फॉलोअप टीम, हजारीबाग:
ओबीसी समुदाय को जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण देने तथा जातीय जनगणना कराने की मांग को लेकर विधायक अंबा प्रसाद के नेतृत्व में भुरकुंडा पंचायत भवन मैदान में सम्मेलन का आयोजन किया गया। केरेडारी एवं बड़कागांव महासम्मेलन के बाद पतरातू के भुरकुंडा में होने वाला यह इस तरह का तीसरा महासम्मेलन है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और कृषि मंत्री बादल पत्रलेख शामिल हुए।
कांग्रेस का संकल्प ओबीसी को 27% आरक्षण: बादल
कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि अंबा प्रसाद क्षेत्र वासियों की समस्याओं को हल करने के लिए लगातार तत्पर रहती है, वह क्षेत्र वासियों की समस्याओं के हल के लिए हर अधिकारी से लेकर मंत्री तक का दरवाजा खटखटाते हैं और जब तक काम पूर्ण नहीं होता तब तक वह लगातार लगी रहती है, उन्होंने बड़कागांव विधानसभावासियों को लगातार तीन बार कांग्रेस पार्टी का विधायक बनाने हेतु आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विधायक अंबा प्रसाद का परिवार बड़कागांव विधानसभा वासियों हेतु समर्पित था और उन्होंने क्षेत्र की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ा है। कांग्रेस की संकल्प पत्र में भी 27% आरक्षण दिलवाने की घोषणा की गई थी और उसे बहुत जल्द पूरा किया जाएगा। स्थानीय विधायक अंबा प्रसाद की तारीफ करते हुए उन्होंने कोरोना काल के दौरान किए गए जनहित कार्यों की जमकर तारीफ की। उन्होंने अंबा प्रसाद द्वारा चलाए जा रहे अंबा रसोई करोना काल में लोगों की बढ़-चढ़कर मदद करने तथा खुद कोरोना संक्रमित होने के बावजूद भी क्षेत्रवासियों की सेवा से पीछे नहीं हटने पर विधायक अंबा की तारीफ की।
आरक्षण की दूसरी लड़ाई लड़ने को लेकर रहें तैयार: बन्ना गुप्ता
मौके पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि विधायक अंबा प्रसाद द्वारा किए जा रहे मांग पर दृढ़ संकल्पित होना होगा और आरक्षण की लड़ाई जोरदार तरीके से लड़ना होगा| उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा साथ हीं कहा कि हक और अधिकारों को केंद्र सरकार से लड़कर लेना होगा। उन्होंने कहा कि हमारा झारखंड हिंदू मुसलमान के नाम पर टूटने वाला नहीं है, झारखंडी लोग अपने हक एवं अधिकार को जानते हैं| उन्होंने कहा कि विधायक अंबा प्रसाद द्वारा किए जा रहे ओबीसी की लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाया जाएगा।
समाज को अधिकार दिलाने के लिए लड़ रही लड़ाई: अंबा प्रसाद
महासम्मेलन को संबोधित करते हुए विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि ओबीसी को उनकी जनसंख्या के अनुपात आरक्षण प्रदान करने के लिए मेरे द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है| झारखंड में ओबीसी समुदाय का 5 वर्ष तक मुख्यमंत्री रहने के बाद भी ओबीसी समुदाय के लिए कुछ नहीं किया गया| हमारे गठबंधन की सरकार अपने वादे के अनुसार जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण अवश्य एवं बहुत जल्द दिलाएगी इसका पूरा भरोसा है | आगे उन्होंने कहा की ओबीसी समुदाय के लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन व्यतीत कर रहे हैं| राज्य में 52% जनसंख्या होने के बावजूद सरकारी नौकरियों में पर्याप्त आरक्षण नहीं मिल रहा है। वर्तमान समय में मात्र 14% आरक्षण ओबीसी समुदाय को दिया जा रहा है जो कि अन्य राज्यों की तुलना में सबसे कम है | आगे उन्होंने कहा कि ओबीसी समुदाय को कम से कम 27% आरक्षण प्राप्त हो इसके लिए इसके लिए पूरे प्रदेश से मांग उठ रही राज्य का ओबीसी समाज गोलबंद हो रहा है | राज्य भर में ओबीसी समुदाय के 152 से भी अधिक जाति शामिल है तथा काफी पिछड़े हुए हैं इसलिए ओबीसी समुदाय को हक और अधिकार प्राप्त हो इसके लिए जातीय जनगणना की मांग कर रही हूं और जब तक यह मांग पूरा नहीं होता है तब तक हर संभव प्रयास करते रहूंगी| आगे उन्होंने कहा कि कम आरक्षण मिलने के कारण शिक्षा-रोजगार के मामलों में ओबीसी समुदाय को उचित हिस्सा नहीं मिल पा रहा है और राज्य की एक बड़ी जनसंख्या पिछड़ जा रही है। मात्र 14% आरक्षण के कारण ओबीसी समुदाय के कई लोग सरकारी नौकरी एवं अन्य सुविधाओं से वंचित हो जा रहे हैं। झारखंड अलग होने के बाद पिछड़े वर्ग के लोगो के साथ काफी अन्याय हुआ है इसलिए प्रदेश के हर प्रखंड में जाकर ओबीसी को उचित आरक्षण एवं जातीय जनगणना हेतु मांग को लेकर समर्थन लूंगी और ओबीसी की लड़ाई को मुकाम तक पहुंचाऊंगी|