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सीएम आज से 6 दिनों के लिए दुमका की चुनावी यात्रा पर, बेरमो में 28-29 को चुनावी सभा

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द फॉलोअप टीम, रांची: 
झारखंड के बेरमो और दुमका  सीटों पर होनेवाले उपचुनाव को लेकर प्रचार का काम युद्धस्तर पर जारी है. इसी बीच सीएम हेमंत सोरेन ने भी अपनी ताकत झोंक दी है. हेमंत सोरेन दुमका से जेएमएम प्रत्याशी और अपने छोटे भाई बसंत सोरेन व कांग्रेस प्रत्याशी अनूप सिंह के पक्ष में प्रचार करने के लिए खुद दुमका में 6 दिन रहकर चुनाव प्रचार करेंगे। वे चुनाव में ताबड़तोड़ सभाओं को संबोधित कर बसंत सोरेन की जीत सुनिश्चित कराने  में अपनी अहम भूमिका निभाएंगे। 

तीन नवंबर को उपचुनाव का मतदान
झारखंड में दुमका और बेरमो उपचुनाव को लेकर तीन नवंबर को मतदान होना है। दोनों ओर से सभी दल जीत की रणनीति बनाने में मशगूल हैं. हर पार्टी जनता को मोहने के काम में जुटी हुई है। बता दें कि मुख्यमंत्री अगले छह दिनों तक उप राजधानी दुमका में रहकर कई चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। गौरतलब है कि हेमंत सोरेन के दुमका सीट छोड़ने के चलते इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है। सोरेन परिवार के सदस्य और हेमंत सोरेन के छोटे भाई को ही इस सीट पर उम्मीदवार बनाया गया है. दुमका उपचुनाव में सीएम हेमंत आज से धुआंधार चुनावी प्रचार करेंगे।

28 और 29 अक्टूबर को बेरमो में जनसभा 
सीएम हेमंत सोरेन का चुनावी कार्यक्रम आज से शुरू हो गया है। जानकारी के अनुसार 28 और 29 अक्टूबर को बेरमो में वे चुनावी सभा करेंगे। कांग्रेस उम्मीदवार अनूप सिंह के पक्ष में सभा की जाएगी। बता दें कि 28 को दोपहर 2 बजे दुग्दा फुटबॉल मैदान में जनसभा को संबोधित करेंगे। वहीं 29 अक्टूबर को जरीडीह में चुनावी सभा की जाएगी।  

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सत्तापक्ष और विपक्ष में वार-पलटवार 
सीएम हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि एक राजनीतिक कार्यक्रम में दुमका आया हूं। विपक्ष को पता है कि यहां की जमीनी हकीकत क्या है। उन्होंने कहा कि सच से अवगत कराना हमारा काम है। दुमका का बदलाव आपने देख ही लिया है। इसी के साथ उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि एनडीए की नैया गंगा में डूबने को तैयार है। वहीं बीजेपी प्रत्याशी लुईस मरांडी के पक्ष में बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी भी अगले दो दिनों तक यहां वोट मांगेंगे। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने भी पलटवार करते हुए कहा कि उपचुनाव में पराजय से आशंकित सत्तापक्ष बदहवास हो गया है। चुनावी दौर में मुद्दों पर बहस करने के बजाय अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल हो रहा है। बेरमो और दुमका में हार से आशंकित जेएमएम और कांग्रेस बौखला गई है।