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शेर का बेटा हूं, लंबी लड़ाई लड़ूंगा, पार्टी का अध्यक्ष मैं हूं: चिराग पासवान

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द फॉलोअप टीम, दिल्ली:
लोजपा में मचे घमासान पर चिराग पासवान ने कहा कि इस पूरे मामले में जेडीयू का हाथ है। डिवाइड करना उनकी फितरत में शामिल है। पटना रवाना होने से पहले चिराग ने दावा किया है, पार्टी का अध्यक्ष अभी भी मैं हूं। पार्टी को तोड़ने में जदयू का हाथ है। शेर का बेटा हूं। लंबी लड़ाई लड़ूंगा। कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव भाजपा और जदयू के साथ मिलकर लड़ते तो अच्छा  परिणाम जरूर आता। लेकिन मैं नीतीश कुमार के सामने झुकना नहीं चाहता था। इसके बावजूद चुनाव में लोजपा को 25 लाख वोट के साथ 6 प्रतिशत मत मिले।

मैं पार्टी के लिए लड़ रहा था चाचा निजी हित में
चिराग अब अपने चाचा पशुपति कुमार पारस पर लगातार आरोप लगा रहे हैं। बोले कि विधानसभा चुनाव के दौरान चाचा समेत पार्टी के कुछ नेता अपनी-अपनी निजी लड़ाई लड़ रहे थे, जबकि मैं पार्टी के लिए लड़ रहा था। इसके बावजूद कोशिश करता रहा कि परिवार न टूटे।

चाचा बोलते तो खुशी-खुशी नेता बना देता
उन्होंने कहा कि दुख मुझे इस बात का हुआ कि जब मैं बीमार हुआ तो ऐसा हुआ. मैं अभी भी पूरी तरह ठीक नहीं हुआ हूं. मैंने अंत तक ये प्रयास किया कि परिवार नहीं टूटे। चिराग ने बताया कि वो अभी बीमारी से पूरी तरह ठीक भी नही हुए हैं कि परिवार ने इतना बड़ा धाखा दिया है। मैं घरेलू बातें सार्वजनिक करने में यकीन नहीं करता हूं। लेकिन अगर चाचा कहते तो उन्हें लोकसभा नेता खुशी-खुशी बना देता। अब इच्छाा है कि वह लोकसभा में पार्टी का पक्ष पापा की तरह मजबूती से रखें।