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अभिभावकों की अनुमति के बाद बच्चे आ सकेंगे स्कूल, अल्टरनेट डे पर स्कूल आने के बने हैं कई नियम

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द फॉलोअप टीम, पटना 
कोरोना संकंट के खतरे के मद्देनजर गाइडलाइन का पालन करते हुए बिहार में अब बंद स्कूलों को खोलने की तैयारी चल रही है। बिहार में सोमवार से सरकारी स्कूल खोलने का निर्देश दे दिया गया है। इसलिए शिक्षा विभाग के आदेशानुसार स्कूल-कॉलेज प्रबंधन ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। 

गार्जियन से अनुमति लेकर आ सकते हैं स्कूल
बता दें कि शिक्षकों से मार्गदर्शन लेने के लिए छात्र अपने अभिभावकों से अनुमति लेने के बाद स्कूल आ सकते हैं। राज्य में कोरोना वायरस के फैलाव पर शिकंजा कसने के लिए सरकार ने स्कूलों को क्वॉरेंटाइन सेंटर बना दिया था। इसलिए स्कूल प्रबंधकों को सभी क्लास रूम, स्टाफ रूम तथा कार्यालय समेत पूरे कैंपस को सैनिटाइज किया गया है। इस बीच बच्चों को राज्य सरकार के निर्देश से बच्चों को अवगत कराने का और उन्हें गाइडलाइन की विस्तृत जानकारी देने का भी काम कर रहे हैं। 

गाइडलाइन का करना होगा अनुपालन
दरअसल, विद्यालयों को कोरेंटाइन सेंटर के रूप में उपयोग किया गया था, इसलिए विभाग के निर्देशानुसार विद्यालयों को विशेष रुप से स्टूडेंट्स के आने के पहले सैनिटाइज करवाया जा रहा है। विद्यालयों की नौवीं एवं दशम वर्ग की छात्राओं को तीन अलग-अलग खंडों में बांटकर कर शिक्षा विभाग की गाइडलाइन के अनुसार एक छात्रा को सप्ताह में अल्टरनेट डे यानी मात्र दो दिन ही आने का निर्देश दिया गया है। स्कूल में बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए कक्षा में बैठने की व्यवस्था की गई है। इसी के साथ स्कूल में हाथ धोने के लिए साबुन और सैनिटाइजर जैसी चीजों की भी व्यवस्था की गयी है।

सामूहिक गतिविधियों पर रहेगी पाबंदी
पहले की तरह स्कूल नहीं चलाए जाएंगे।  कुछ पाबंदियों भी लगाई गई हैं। स्कूल में प्रार्थना सभा, खेलकूद, प्रैक्टिकल क्लास, लंच समेत वैसे सभी सामूहिक गतिविधियों पर रोक होगी, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग के मानक का उल्लंघन होगा। सभी शिक्षक समेत सभी कर्मियों को शिक्षा विभाग की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करने का निर्देश दिया गया है, ताकि स्टूडेंट्स को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके।