द फॉलोअप टीम, रांचीः
झारखंड विधानसभा में आज शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन है। आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जेपीएससी के मुद्दे को उठाते हुए कहा कि देश में पहली बार ऐसा हुआ है जब इतने बड़े पैमाने पर जेपीएससी की परीक्षा आयोजित की गई जहां अभ्यर्थियों को निशुल्क फॉर्म भरवाया गया।
सामान्य कोटि
मुख्यमंत्री ने कहा कि सामान्य कोटि के बच्चे कम सफल हुए हैं और यह पहली बार हुआ है जब आदिवासी, दलित, पिछड़ों ने अपना किस्मत आजमाया। जब वह आगे आ रहे हैं तो मनुवादियों के पेट में दर्द हो रहा है। सीएम ने कहा जितनी जेपीएससी हुई है सब में प्रश्न-चिन्ह लगा है। इस बार की परीक्षा मे हमारी सरकार ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया है। अगर ऐसा है तो यहां के 81 MLA में से कोई भी इसकी पुष्टि कर दें।
विपक्ष करवाती है आंदोलन
मुख्यमंत्री ने कहा आंदोलन करने वाले को विपक्ष बैकडोर से मदद पहुंचाने का काम करती है उन्हे आंदोलन करने के लिए प्रेरित करती है। धरना करने वालों को अनाज, पानी नमक पहुंचाती है। विश्व हिंदु परिसद को धरना पर बैठाती है।